पूर्व कप्तान मिताली राज ने भारत के आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के पहले दौर से बाहर होने को निराशाजनक बताया और टीम के खराब प्रदर्शन पर सवाल उठाए। मिताली ने कहा कि टीम पिछले तीन सालों में खेल के विभिन्न क्षेत्रों में सुधार करने में विफल रही है, जिससे हार का सामना करना पड़ा। खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार को उन्होंने टीम की पुरानी रणनीतियों का परिणाम बताया, जो कारगर साबित नहीं हो रही हैं।
मिताली ने दुबई से पीटीआई को दिए बयान में कहा कि बल्लेबाजी में स्पष्टता की कमी, फील्डिंग में कमजोरी, और यूएई की परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाने में असफलता टीम के पतन के मुख्य कारण थे। उन्होंने कहा कि अन्य टीमों, विशेषकर दक्षिण अफ्रीका ने सीमित संसाधनों के बावजूद सुधार दिखाया, जबकि भारतीय टीम में पिछले दो-तीन सालों में कोई खास विकास नहीं हुआ।
मिताली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार पर भी चिंता जताई, जहां धीमी पिचों से तालमेल बिठाने में टीम नाकाम रही। उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों के बीच के ओवरों में रन बनाने की कठिनाइयों को भी टीम की बड़ी कमजोरी बताया, जिससे परिणाम भारत के खिलाफ गया।