अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में केरल ने इतिहास रच दिया! गुजरात के खिलाफ खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में केरल ने पहली पारी में 2 रनों की बढ़त लेकर फाइनल का टिकट कटा लिया।
आखिरी पलों में बदल गया खेल
सेमीफाइनल के पांचवें दिन गुजरात को पहली पारी में 457 रन के अंदर रोकना केरल के लिए बेहद जरूरी था। गुजरात की टीम 455 रन तक पहुंच चुकी थी और फाइनल में जगह बनाने के लिए उसे सिर्फ 3 रन की दरकार थी। लेकिन केरल के गेंदबाजों—जलज सक्सेना और आदित्य सरवटे—ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए गुजरात की पारी समेट दी।
गुजरात के जयमीत पटेल और सिद्धार्थ देसाई ने चौथे दिन शानदार बल्लेबाजी की थी, लेकिन पांचवें दिन दबाव में दोनों लड़खड़ा गए। आखिरी बल्लेबाज अर्शन नागवासवाला ने जोरदार शॉट खेलकर मैच बचाने की कोशिश की, लेकिन उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया। गेंद पहले सिली पॉइंट पर खड़े सलमान निज़ार के सिर से टकराई और फिर कप्तान सचिन बेबी के हाथों में चली गई। इसी के साथ केरल रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच गया।
आगे पढ़े74 सालों का इंतजार खत्म!
केरल की टीम ने 1951-52 में पहली बार रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लिया था, लेकिन तब से लेकर अब तक फाइनल में पहुंचने का सपना अधूरा ही था। आखिरकार 74 साल बाद यह सपना साकार हो गया! इस ऐतिहासिक सफर में कोच अमय खुरसिया और कप्तान सचिन बेबी की रणनीति ने बड़ी भूमिका निभाई।
अब फाइनल की बारी!
रणजी ट्रॉफी के फाइनल में केरल का मुकाबला विदर्भ से होने की संभावना है। क्या केरल अपनी ऐतिहासिक जीत के सिलसिले को बरकरार रखते हुए पहली बार चैंपियन बन पाएगा? पूरे देश की निगाहें अब इस बड़े मुकाबले पर टिकी हैं!
show less