ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम ने पहले टेस्ट में जीत के साथ शुरुआत की थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में कंगारू टीम ने 10 विकेट से जीत हासिल कर सीरीज बराबर कर दी। भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह से नाकाम रही, और दोनों पारी में 180 रन तक भी मुश्किल से पहुंच सकी। इस हार ने भारत की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की राह को कठिन बना दिया है। अब तीसरे टेस्ट के लिए भारतीय प्लेइंग इलेवन को लेकर चर्चा हो रही है।
भारत ने पर्थ टेस्ट में कप्तानी का जिम्मा तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को सौंपा था, और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। दूसरे टेस्ट मैच में रोहित शर्मा ने वापसी की, लेकिन वह कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों में ही असफल रहे। पिछले 10 टेस्ट पारियों में रोहित शर्मा सिर्फ एक बार 50 रन का आंकड़ा पार कर पाए हैं, और बतौर ओपनर उनका दूसरा सबसे बड़ा स्कोर 23 रन का था, जो बेहद निराशाजनक है।
क्या रोहित शर्मा खुद को बाहर बैठाएंगे?
रोहित शर्मा को प्लेइंग इलेवन से बाहर करने की मांगें भी उठ रही हैं। उनका फॉर्म अच्छा नहीं रहा है और वे दूसरे टेस्ट में बेबस नजर आए। अब सवाल यह उठता है कि क्या रोहित शर्मा खुद को तीसरे टेस्ट में बाहर बैठाने का साहसिक कदम उठा सकते हैं? फिलहाल ऐसा संभव नहीं दिखता क्योंकि अगर रोहित खुद को बाहर करना चाहें, तो गौतम गंभीर इस कदम को मंजूरी नहीं देंगे। भारत के पास कप्तानी के लिए जसप्रीत बुमराह का विकल्प जरूर है, लेकिन टीम में ऐसा कोई अनुभवी बल्लेबाज नहीं है जो रोहित की जगह ले सके।
अब देखना होगा कि भारतीय टीम मैनेजमेंट क्या फैसला करता है, और क्या तीसरे टेस्ट में रोहित शर्मा अपनी जगह बनाए रखेंगे या फिर प्लेइंग इलेवन में बदलाव किया जाएगा।