एफआईएच प्रो लीग में भारतीय हॉकी टीम को मौजूदा विश्व चैंपियन जर्मनी के खिलाफ 1-4 से करारी हार झेलनी पड़ी। मुकाबले में भारत की रक्षापंक्ति कमजोर नजर आई, और अंतिम क्षणों में टीम गोल करने में विफल रही।
गोल की झड़ी: पहले और चौथे क्वार्टर में जर्मनी का दबदबा
जर्मनी ने सातवें मिनट में फ्लोरियन स्पर्लिंग के गोल से बढ़त बनाई, लेकिन 13वें मिनट में गुरजंत सिंह ने शानदार गोल कर भारत को बराबरी दिलाई। हालांकि, थिएस प्रिंज़ (14वें मिनट) ने तुरंत ही जर्मनी को फिर से बढ़त दिला दी।
दूसरे और तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने काफी कोशिश की, लेकिन कोई गोल नहीं कर पाई। चौथे क्वार्टर में मिशेल स्ट्रथॉफ (48वें मिनट) और राफेल हार्टकोफ (55वें मिनट) के दो गोलों ने जर्मनी की जीत पर मुहर लगा दी।
कप्तान हरमनप्रीत रहे बाहर, रक्षापंक्ति में दिखी कमजोरी
इस मैच में सीनियर डिफेंडर अमित रोहिदास ने टीम की कप्तानी की, क्योंकि नियमित कप्तान और स्टार ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह शुरुआती एकादश का हिस्सा नहीं थे। उनके न खेलने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ, लेकिन वह अगले मैच से भी बाहर रहेंगे।
अवसर चूके, जर्मनी ने दिखाया दम
भारत को 20वें मिनट में बराबरी का मौका मिला था, लेकिन गुरजंत सिंह चूक गए। अर्शदीप सिंह भी गोल करने में असफल रहे। भारतीय टीम ने मुकाबले में अधिक समय तक बॉल पर कब्जा बनाए रखा, लेकिन फिनिशिंग में नाकाम रही।
तीन में दूसरी हार, भारत को सबक लेने की जरूरत
तीन मैचों में यह भारत की दूसरी हार रही। जर्मनी, जो पहले ही चार प्रो लीग मैचों में 10 गोल कर चुका था, ने एक बार फिर अपनी ताकत साबित की। भारतीय टीम को अपनी डिफेंस और फिनिशिंग पर काम करने की सख्त जरूरत है।