Ind vs nz, Champions Trophy Final 2025: टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर 12 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली। इस जीत के साथ भारत तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में कामयाब रहा। फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट पर 251 रन बनाए, जिसे भारतीय टीम ने 49 ओवर में 4 विकेट शेष रहते हासिल कर लिया।
भारत की शानदार बल्लेबाजी
फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने सधी हुई शुरुआत दी। रोहित ने 83 गेंदों में 76 रन बनाए, जबकि गिल ने 50 गेंदों में 31 रन जोड़े। हालांकि, विराट कोहली बड़ा स्कोर नहीं बना सके और सिर्फ 1 रन पर आउट हो गए।
मिडल ऑर्डर में श्रेयस अय्यर (48), अक्षर पटेल (29), केएल राहुल (34), हार्दिक पांड्या (18) और रविंद्र जडेजा (9) ने उपयोगी योगदान देकर भारत की जीत सुनिश्चित की।
न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी और भारतीय गेंदबाजों का जलवा
न्यूजीलैंड के लिए सबसे बड़ी पारी डेरिल मिशेल (63) ने खेली। वहीं, रचिन रविंद्र (37) और टॉम लैथम (14) कुछ समय तक टिके रहे। कप्तान केन विलियमसन 11 रन ही बना सके।
भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। मोहम्मद शमी ने मिशेल का अहम विकेट लिया, जबकि वरुण चक्रवर्ती ने ग्लेन फिलिप्स को बोल्ड किया। कुलदीप यादव ने विलियमसन और रचिन रविंद्र को आउट किया। रविंद्र को तीन बार जीवनदान मिला, लेकिन आखिरकार कुलदीप ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया।
मैच से जुड़ी अहम बातें
- न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
- चोटिल मैट हेनरी की जगह नाथन स्मिथ को टीम में शामिल किया गया।
- भारतीय टीम ने प्लेइंग-11 में कोई बदलाव नहीं किया।
- भारत ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी वनडे मैच नहीं गंवाया।
मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, “हम पहले भी लक्ष्य का पीछा कर चुके हैं और इसमें हमें कोई दिक्कत नहीं हुई। हमने सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दिया और अच्छी क्रिकेट खेली। न्यूजीलैंड हमेशा आईसीसी टूर्नामेंट में कड़ी चुनौती देता है, लेकिन हमने शानदार खेल दिखाया।”
भारत ने 25 साल पुराना हिसाब चुकता किया
साल 2000 में न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इस बार भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर 25 साल पुराने उस हार का बदला पूरा किया। पिछली बार 2017 में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक है और टीम इंडिया के लिए एक और आईसीसी ट्रॉफी जोड़ने का शानदार मौका बना।