बीसीसीआई ने गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनाने से पहले विराट कोहली से सलाह नहीं ली थी। राहुल द्रविड़ टीम इंडिया का हेड कोच बन गए हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त हो गया।
उनकी अगुवाई में टीम इंडिया ने पिछले एक साल में तीन आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल खेले जिसमें एक में भारत जीता तो दो हारे।
विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच खट्टे-मीठे रिश्ते रहे हैं। आईपीएल 2024 के दौरान वे गले मिले, लेकिन अतीत में वे कई बार तीखी बहस में शामिल रहे और यह अनुमान लगाया गया कि कोहली नए मुख्य कोच के चयन में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं, हालांकि, जब बोर्ड ने गौतम गंभीर को नियुक्त किया तो ऐसा नहीं था।
बीसीसीआई ने गौतम गंभीर के साथ 5 साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है, इस दौरान टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी 2025, टी20 वर्ल्ड कप 2026, वनडे वर्ल्ड कप 2027 और डब्ल्यूटीसी 2025-2027 सहित पांच आईसीसी इवेंट खेलेगी।
विराट कोहली ने टी20 वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट से तो संन्यास की घोषणा कर दी है, मगर वह वनडे फॉर्मेट कम से कम 2027 वर्ल्ड कप तो जरूर खेलेंगे।
भविष्य को ध्यान में रखते हुए, बीसीसीआई ने कोहली से सलाह किए बिना गंभीर की नियुक्ति पर फैसला किया। बीसीसीआई के एक सूत्र ने हिंदुस्तान टाइम्स को इस बात की पुष्टि की।
बीसीसीआई सूत्र ने कहा, “दोनों के बीच बातचीत के लिए पर्याप्त समय है। लेकिन बीसीसीआई के लिए बड़ी तस्वीर देखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि आने वाले सालों में कई युवा खिलाड़ियों के खेलने की संभावना है।”
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि हार्दिक पांड्या उन कुछ खिलाड़ियों में से एक थे जिनकी राय बीसीसीआई ने गंभीर को भारत का मुख्य कोच नियुक्त करने से पहले ली थी। रोहित शर्मा के टी20 से रिटायरमेंट लेने के बाद संभावनाएं हैं कि हार्दिक पांड्या को इस फॉर्मेट में टीम का कप्तान बनाया जा सकता है।
रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में पांड्या ने कई बार टीम की समान संभाली है, वहीं टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान वह टीम के उप-कप्तान भी थे। भारत तो यह खिताब जीताने में हार्दिक पांड्या का अहम रोल रहा था।