महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने देवशयनी एकादशी के मौके पर पंढरपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए ये ऐलान किया कि उनकी सरकार 12वीं पास छात्रों को हर महीने 6 हजार रुपए और ग्रेजुएशन कर चुके युवाओं को हर महीने 10 हजार रुपए की राशि देगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाश शिंदे ने देवशयनी एकादशी के मौके पर राज्य के युवाओं के लिए एक बड़ी घोषणा की है। दरअसल, सीएम ने पंढरपुर में ऐलान किया कि 12वीं पास छात्रों को 6 हजार रुपए महीना और ग्रेजुएशन कर चुके युवाओं को 10 हजार रुपए महीना की राशि सरकार की ओर से उन्हें दी जाएगी। सरकार का यह कदम छात्रों की सहायता करने और बेरोजगारी को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है।
डिप्लोमा धारकों को भी मिलेंगे 8 हजार
एकनाथ शिंदे ने डिप्लोमा धारकों के लिए भी कुछ राशि हर महीने देने की घोषणा की है। डिप्लोमा धारक छात्रों को हर महीने 8 हजार रुपए महीने का वजीफा मिलेगा। शिंदे ने बुधवार को पंढरपुर में आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर इस पहल की घोषणा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह वजीफा छात्रों को अप्रेंटिसशिप के माध्यम से कार्य अनुभव प्राप्त करने में मदद करने के लिए एक वर्ष के लिए प्रदान किया जाएगा, जो बाद में उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाएगा।
एक साल के लिए मिलेगा यह पैसा
एकनाथ शिंदे ने इस ऐलान के साथ कहा, “हमारी सरकार कुशल कार्यबल बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस निर्णय से उद्योग में कुशल युवाओं की संख्या बढ़ेगी और प्रशिक्षुता करते समय छात्रों को इस वजीफे से बहुत लाभ होगा।”इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी सरकार बेरोजगारी को दूर करने और राज्य के युवाओं का समर्थन करने के लिए प्रयासरत है। शिंदे ने कहा, “छात्रों को एक साल के लिए प्रशिक्षुता करने के लिए यह पैसा मिलेगा। इसके बाद उन्हें कार्य अनुभव प्राप्त होगा, जिससे उन्हें नौकरी हासिल करने में मदद मिलेगी।”
चुनावी साल में लाई गई यह योजना
बता दें कि महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनाव से ठीक पहले इस घोषणा को चुनावी स्टंट माना जा रहा है। मध्य प्रदेश में भी चुनाव से ठीक पहले शिवराज सरकार लाड़ली बहना योजना लाई थी जिसका उसे फायदा हुआ था। एमपी चुनाव में बीजेपी की जीत हुई थी। ऐसे में महाराष्ट्र में भी बीजेपी को इस योजना का लाभ मिल सकता है।