नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा खुलासा करते हुए आरोप लगाया है कि जो बाइडेन प्रशासन ने USAID फंडिंग के जरिए भारत में चुनावों को प्रभावित करने और नरेंद्र मोदी की सरकार गिराने की साजिश रची थी। ट्रंप के इस बयान के बाद भारत की राजनीति में हलचल मच गई है। बीजेपी ने इसे भारत की संप्रभुता पर हमला करार दिया, तो वहीं कांग्रेस ने इन आरोपों को निराधार बताया।
USAID के 21 मिलियन डॉलर का ‘खेल’?
ट्रंप ने दावा किया कि USAID के माध्यम से भारत को 21 मिलियन डॉलर (करीब 182 करोड़ रुपये) दिए गए। यह रकम आधिकारिक रूप से भारत में वोटर टर्नआउट बढ़ाने के लिए भेजी गई थी, लेकिन ट्रंप का आरोप है कि इसका असली मकसद चुनावों को प्रभावित करना और मोदी सरकार को हटाने की साजिश रचना था।
उन्होंने कहा,
“भारत को अमेरिकी फंडिंग की क्या जरूरत? हमें वोटिंग बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर क्यों खर्च करने पड़े? मुझे लगता है कि वे शायद किसी और को चुनाव जिताना चाहते थे।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि जब रूस पर महज 2000 डॉलर खर्च करके अमेरिकी चुनावों में दखल देने का आरोप लगा था, तो यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गूंज उठा था। लेकिन अब भारत में 21 मिलियन डॉलर भेजे गए, तो इस पर कोई चर्चा क्यों नहीं हो रही?
आगे पढ़े‘जॉर्ज सोरोस का कनेक्शन भी उजागर’
ट्रंप के खुलासे के बाद एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, USAID की इस मदद का इस्तेमाल एक ऐसी संस्था के जरिए हुआ, जिसका संबंध अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस से बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि जॉर्ज सोरोस पहले भी मोदी सरकार को हटाने की मुहिम चलाने का ऐलान कर चुके हैं। यह दावा किया जा रहा है कि इस फंडिंग का उपयोग दलित और पिछड़े वर्ग के वोटर्स को प्रभावित करने के लिए किया गया।
BJP का कांग्रेस पर तीखा हमला
ट्रंप के बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोल दिया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा,
“अब साफ हो गया है कि अमेरिका से जो फंडिंग आ रही थी, वह भारत में चुनावों को प्रभावित करने और मोदी सरकार को गिराने की साजिश का हिस्सा थी।”
BJP सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि,
“जब कांग्रेस मोदी को चुनाव में हरा नहीं पा रही, तो वह जॉर्ज सोरोस जैसे भारत विरोधी ताकतों से मदद ले रही है। यह देश के लोकतंत्र के खिलाफ एक बड़ी साजिश है।”
कांग्रेस का जवाब – ‘ट्रंप की बातों को सीरियसली न लें’
कांग्रेस ने बीजेपी के इन आरोपों को खारिज कर दिया। कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा,
“डोनाल्ड ट्रंप खुद अमेरिका में विवादित बयान देने के लिए जाने जाते हैं। उनकी बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। अगर सरकार को संदेह है, तो वह USAID फंडिंग पर व्हाइट पेपर जारी करे।”
अब क्या होगा?
ट्रंप के इस खुलासे के बाद भारतीय राजनीति में बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। जहां बीजेपी इस मामले की जांच की मांग कर रही है, वहीं कांग्रेस इसे सरकार की नाकामी से ध्यान भटकाने की कोशिश बता रही है।
अब देखना होगा कि भारत सरकार USAID फंडिंग की समीक्षा करेगी या नहीं और क्या इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक जांच शुरू होगी?
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