सोमवार दोपहर फरीदाबाद में छापेमारी के दौरान 2,900 किलोग्राम विस्फोटक और हथियार पकड़े जाने की चर्चा से सनसनी फैली। उसके कुछ घंटे पहले गुजरात से खबर आई थी कि वहां आतंकवाद विरोधी दस्ते ने तीन संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ा है। लाल किले के पास विस्फोट इसी के बाद हुआ, जो हर लिहाज से लोगों को हिला देने वाला था। आतंक की हर घटना के तार पाकिस्तान से जुड़े की चर्चा स्वाभाविक रूप से होती है और ताजा मामलों में भी ऐसा होने की स्थिति है। मगर सवाल है कि आतंक के संचालकों को अपने देश में ऐसे लोग क्यों मिल जाते हैं, जो उनके मकसद पूरे करते हैं ? मुझे लगता है कि ऑपरेशन सिदूर के साथ ऑपरेशन मीर जाफर भी चलाया जाना चाहिये. आपकी क्या राय है ?
इंजी. मधुर चितलांग्या, संपादक
दैनिक पूरब टाइम्स


