लंदन/वॉशिंगटन: ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य प्रमुख देश यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। यह योजना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।
शुक्रवार को वॉशिंगटन के ओवल ऑफिस में एक अभूतपूर्व घटना देखी गई, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच गर्मागर्म बहस हुई।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने रविवार को बीबीसी को दिए साक्षात्कार में कहा, “हम यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और कुछ अन्य देशों के साथ मिलकर यूक्रेन में लड़ाई रोकने की योजना पर काम कर रहे हैं। इसके बाद हम इस योजना पर अमेरिका के साथ चर्चा करेंगे।”
स्टारमर ने खुलासा किया कि उन्होंने इस संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से बातचीत की है, और सभी इस समझौते की दिशा में आगे बढ़ने को तैयार हैं।
चार-चरणीय प्रक्रिया पर बनी सहमति
शनिवार (1 मार्च, 2025) को लंदन में ज़ेलेंस्की का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने नंबर 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर उन्हें गले लगाकर स्वागत किया। इसके बाद यूरोपीय नेताओं, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, तुर्की के विदेश मंत्री हकन फ़िदान और नाटो प्रमुख मार्क रूट के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।
बैठक के बाद, स्टारमर ने बताया कि चार-चरणीय प्रक्रिया पर सहमति बनी है:
- यूक्रेन को निरंतर सहायता प्रदान करना।
- रूस पर आर्थिक दबाव बनाए रखना।
- यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- “इच्छुक देशों का गठबंधन” शांति की गारंटी देगा।
स्टारमर ने कहा कि यूरोप को शांति समझौते के लिए बड़ी भूमिका निभानी होगी, लेकिन अमेरिका का समर्थन भी आवश्यक रहेगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि राष्ट्रपति ट्रंप इस योजना का समर्थन कर सकते हैं, अन्यथा वह इस पहल को आगे नहीं बढ़ाते।
अब सभी की निगाहें आने वाले हफ्तों में होने वाली वार्ताओं और अमेरिका की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।