अब ईरान भी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में शामिल हो गया है। फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन इस मामले की जांच कर रहा है। वास्तव में, कुछ दिन पहले, राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप के प्रचार दल ने कहा कि ईरान ने उनके प्रचार अभियान को हैक किया है। एफबीआई इन आरोपों की जांच कर रही है कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के संवेदनशील दस्तावेज साइबर घुसपैठ के जरिए चुरा लिए गए थे, साथ ही उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के प्रचार अभियान में भी चोरी की गई थी।
एफबीआई ने ट्रंप के मामले पर एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा कि हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि एफबीआई मामले की जांच कर रही है। ट्रंप के अभियान दल की ओर से ईरान की संलिप्तता का कोई विशेष सबूत नहीं दिया गया, लेकिन यह दावा माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 2024 में अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप करने के विदेशी एजेंटों के प्रयासों का विवरण देने वाली एक रिपोर्ट जारी करने के तुरंत बाद आया।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जून में एक ईरानी सैन्य खुफिया इकाई ने एक पूर्व वरिष्ठ सलाहकार के ईमेल खाते में सेंध लगाकर एक वायरस वाला मेल राष्ट्रपति अभियान के एक उच्च पदस्थ अधिकारी को भेजा था। मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने कहा कि बाइडन और हैरिस का अभियान भी संदिग्ध ईरानी साइबर सेंध के इस मामले में निशाना बनाया गया था, जिसकी जांच एफबीआई कर रही है।