आध्यात्मिक नेता मोरारी बापू रामचरितमानस की प्रासंगिकता का प्रसार करने के लिए न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पहली बार रामकथा करेंगे। पिछले 65 वर्षों से अधिक समय से रामकथा का पाठ कर रहे मोरारी बापू ने कहा कि रामचरितमानस धार्मिक एवं सांस्कृतिक सीमाओं से परे एक वैश्विक संदेश देता है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह सत्य, प्रेम और करुणा जैसे सार्वभौमिक मूल्यों की बात करता है जिनकी आज की दुनिया में जरूरत है।”
नौ दिवसीय पाठ की शुरुआत की पूर्व संध्या पर उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र में रामकथा का आयोजन एक दैवीय कृपा है और यह वैश्विक सद्भाव की दिशा में एक कदम है।” यह पहली बार है जब न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में रामकथा का आयोजन होगा। मोरारी बापू (77) ने इस आयोजन को सपना सच होने जैसा बताया।