फ्रांस के मार्सिले शहर में मंगलवार (स्थानीय समय) को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीय प्रवासियों ने भव्य स्वागत किया। भारतीय समुदाय के सदस्यों ने पीएम मोदी से मुलाकात कर अपनी खुशी जाहिर की और इस ऐतिहासिक यात्रा को भारत-फ्रांस संबंधों के लिए महत्वपूर्ण बताया।
प्रवासियों ने जताई खुशी
भारतीय प्रवासी उत्कर्ष ने कहा, “पीएम मोदी से मिलकर बहुत खुशी हुई। यह फ्रांस के दक्षिणी क्षेत्र मार्सिले की उनकी पहली यात्रा थी। उन्होंने हमारे आतिथ्य के लिए हमें धन्यवाद दिया, और यह दौरा भारत-फ्रांस संबंधों को मजबूत करेगा।” वहीं, प्रियंका शर्मा ने कहा, “हम पिछले चार वर्षों से यहां रह रहे हैं। पीएम मोदी से मिलकर बहुत खुशी हुई, और उन्होंने भी हमसे मिलकर खुशी जाहिर की।”
भारत-फ्रांस संबंधों में नया अध्याय
प्रधानमंत्री मोदी ने मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास की स्थापना को भारत और फ्रांस के बीच “लोगों से लोगों” के संबंधों को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। विशेष रूप से, पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मार्सिले में भारत के दूसरे राजनयिक मिशन का उद्घाटन करेंगे। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को नई दिशा मिलेगी।
व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को मिलेगा बढ़ावा
मार्सिले, अपनी भूमध्यसागरीय तटरेखा और व्यापारिक दृष्टि से भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) में प्रवेश बिंदु होने के कारण भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस व्यापारिक प्रवेश द्वार के महत्व को रेखांकित किया और इसे भारत-फ्रांस व्यापारिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला कदम बताया।
वीर सावरकर को दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने मार्सिले पहुंचने के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में इस शहर की ऐतिहासिक भूमिका को याद किया। उन्होंने वीर सावरकर के ब्रिटिश कैद से भागने के प्रयास और संकट के समय फ्रांसीसी कार्यकर्ताओं के समर्थन को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मार्सिले भारत की स्वतंत्रता की खोज में विशेष महत्व रखता है। वीर सावरकर की बहादुरी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।”
प्रधानमंत्री का ऐतिहासिक दौरा
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके अलावा, वह फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर (आईटीईआर) परियोजना का भी दौरा करेंगे, जो परमाणु संलयन अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सहयोग है।
पीएम मोदी की इस ऐतिहासिक यात्रा से भारत-फ्रांस संबंधों को नया आयाम मिलने की उम्मीद है, जिससे व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैज्ञानिक सहयोग को मजबूती मिलेगी।