जापान में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, और इसका असर पोल्ट्री फार्मिंग, अंडों की कीमतों, और खाद्य आपूर्ति पर साफ दिख रहा है। इस महीने जापान के पांच अलग-अलग प्रांतों में लगभग पांच मिलियन पक्षियों को मारने की कार्रवाई की गई है ताकि इस वायरस के प्रसार को रोका जा सके। कृषि, वानिकी और मत्स्य मंत्रालय ने इस खतरे को गंभीरता से लेते हुए मोरीओका शहर के पोल्ट्री फार्मों में नए मामलों की पुष्टि की है और इवाते प्रांत में ऑन-साइट प्रतिक्रिया मुख्यालय स्थापित किया है।
स्थिति का वर्तमान आकलन
- 26 प्रकोप स्थलों की पहचान: इस महीने अब तक 26 जगहों पर प्रकोप दर्ज किया गया है, और लगभग 5 मिलियन पक्षी प्रभावित हुए हैं।
- वायरस का स्वरूप: वायरस का स्ट्रेन अत्यधिक रोगजनक (Highly Pathogenic) है, जो पोल्ट्री में तेजी से फैलता है।
- अंडे की कीमतों पर असर:
एवियन इन्फ्लूएंजा के कारण अंडों की कीमतों में 15% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो उपभोक्ताओं और उद्योग के लिए चिंता का विषय है।
अक्टूबर 2024 में पहला प्रकोप
- स्थान: पहला मामला होक्काइडो के पोल्ट्री फार्म में सामने आया था।
- कार्रवाई:
- लगभग 19,000 मुर्गियों को मार दिया गया।
- आवागमन प्रतिबंध: फार्म के 3 किलोमीटर के दायरे में मुर्गियों और अंडों के परिवहन पर प्रतिबंध, और 10 किलोमीटर के दायरे से पोल्ट्री उत्पादों के परिवहन पर रोक लगाई गई।
- रोकथाम उपाय: होक्काइडो सरकार ने सख्त उपाय लागू किए और जनता को आश्वासन दिया कि बाजार में उपलब्ध पोल्ट्री उत्पाद उपभोग के लिए सुरक्षित हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया
- प्रधान मंत्री के संकट प्रबंधन केंद्र में एक विशेष सूचना संपर्क कार्यालय स्थापित किया गया है।
- स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय:
डेटा संग्रह और निवारक उपायों के लिए स्थानीय प्रशासन को सक्रिय रूप से शामिल किया गया।
एवियन इन्फ्लूएंजा का प्रभाव
- संक्रमण का खतरा: एच5एन1 वायरस सामान्यतः बीमार पोल्ट्री के बीच फैलता है, लेकिन यह कभी-कभी मनुष्यों में भी फैल सकता है।
- मानव स्वास्थ्य पर संभावित प्रभाव: इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, नाक बहना और गंभीर श्वसन रोग शामिल हैं।
- आपूर्ति श्रृंखला पर असर: विशेषज्ञों ने पोल्ट्री उत्पादों की संभावित कमी और खाद्य आपूर्ति पर गहरा असर पड़ने की संभावना जताई है।
चुनौतियां और भविष्य की स्थिति
- स्थिति बिगड़ने की संभावना: कृषि मंत्रालय का मानना है कि प्रकोप में कमी के कोई संकेत नहीं हैं, और यह स्थिति पिछले रिकॉर्ड्स को तोड़ सकती है।
- संक्रमण का नियंत्रण: वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपाय और सख्त प्रतिबंध लागू किए जा रहे हैं।