बांग्लादेश की राजधानी ढाका के धनमंडी-32 इलाके में स्थित शेख मुजीबुर्रहमान के ऐतिहासिक घर पर बुधवार रात हिंसक प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। इस घर को शेख मुजीबुर्रहमान संग्रहालय के रूप में बदला गया था, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इसे तोड़ा और फिर आग लगा दी। सोशल मीडिया पर बुलडोजर मार्च का आह्वान किया गया था, जिसके बाद हजारों लोग इस घटना में शामिल हुए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की, जबकि सुरक्षाबलों की कोशिशों के बावजूद वे उन्हें रोकने में असमर्थ रहे।
आगे पढ़ेइस हिंसा के बाद शेख हसीना ने अपने विरोधियों पर गंभीर आरोप लगाए, यह दावा करते हुए कि यह हिंसा नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के समर्थन से हो रही है। शेख हसीना ने छात्रों से राजनीति से दूर रहने की अपील की और कहा कि इतिहास को मिटाना संभव नहीं है। वहीं, बांग्लादेश सरकार ने शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, और उनका प्रत्यर्पण भारत से मांगा गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव और हिंसा आगे भी बढ़ सकती है, और आने वाले दिनों में देश का माहौल और भी उग्र हो सकता है।
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