Total Users- 1,045,807

spot_img

Total Users- 1,045,807

Sunday, July 13, 2025
spot_img

पाकिस्तान में अब सिंधु जल संधि को निलंबित करने का असर दिखने लगा

भारत द्वारा अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले का असर अब पाकिस्तान में साफ दिखने लगा है। पाकिस्तान के दो प्रमुख जलाशय झेलम नदी पर स्थित मंगला डेम और सिंधू नदी पर बना टर्बेला बांध अब पूरी तरह सूखने के करीब पहुंच चुके हैं। पाकिस्तान की इंडस रिवर सिस्टम अथॉरिटी (IRSA) के अनुसार, बुधवार को पाकिस्तान ने अपने सभी प्रमुख जलस्रोतों से जितना पानी प्राप्त किया, उससे 11,180 क्यूसेक अधिक पानी छोड़ना पड़ा। इसका सीधा प्रभाव पंजाब और सिंध प्रांतों की जल आपूर्ति और सिंचाई व्यवस्था पर पड़ा है।

भारत ने जम्मू-कश्मीर में जलाशयों की सफाई और फ्लशिंग प्रक्रिया शुरू की है, जिससे पाकिस्तान की ओर जल प्रवाह और कम हो गया है। भारत ने पाकिस्तान को जल डेटा साझा करना भी बंद कर दिया है, जो संधि के तहत पहले अनिवार्य था।

आईआरएस के आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान में पानी का कुल इनफ्लो 2,41,611 क्यूसेक और कुल आउटफ्लो 2,52,791 क्यूसेक है। यानी कि पाकिस्तान हर दिन 11,180 क्यूसेक अधिक पानी खर्च कर रहा है। पंजाब प्रांत को इस साल 1,14,600 क्यूसेक पानी मिला, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा 1,43,600 क्यूसेक था। यानी 20% की कमी देखी गई है। इसी तरह सिंध प्रांत की भी जल आपूर्ति में गिरावट आई है।

spot_img

More Topics

चिराग पासवान का नीतीश की पुलिस के खिलाफ सवाल- और कितने बिहारी मारे जायेंगे

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एक बार फिर मुख्यमंत्री...

वो ख्वाबों के दिन (भाग – 34)

वो ख्वाबों के दिन   ( पिछले 33 अंकों में आपने...

बलगम वाली खांसी के कारण और घरेलू इलाज

बलगम वाली खांसी तब होती है जब आपके...

मानसून में दही छोड़कर इन 6 खाद्य पदार्थों को अपनाएँ, जो है पेट के अनुकूल

दही भारतीय घरों में एक प्रिय मुख्य व्यंजन है—मलाईदार,...

इसे भी पढ़े