विक्टोरिया मेमोरियल, कोलकाता में स्थित एक ऐतिहासिक स्मारक है जो ब्रिटिश राज के समय की सबसे महत्वपूर्ण और भव्य इमारतों में से एक है। इसका निर्माण भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की सामर्थ्य और समृद्धि का प्रतीक था। इसे महारानी विक्टोरिया की याद में 1906 में बनवाया गया था, और यह वर्तमान में एक संग्रहालय और स्मारक के रूप में कार्य करता है।
विक्टोरिया मेमोरियल का इतिहास:
- निर्माण का समय: विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण 1906 में शुरू हुआ था और 1921 में इसका उद्घाटन हुआ।
- निर्माण का कारण: यह स्मारक ब्रिटिश साम्राज्य के प्रति समर्पण और महारानी विक्टोरिया की याद में बनवाया गया था, जिन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन किया।
- निर्माता: इस इमारत के डिज़ाइन के लिए ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर विलियम इमली का योगदान था।
वास्तुकला:
- विक्टोरिया मेमोरियल का डिज़ाइन ब्रिटिश और यूरोपीय शैलियों का मिश्रण है, जिसमें सफेद संगमरमर का प्रयोग किया गया है।
- इसकी वास्तुकला में यूरोपीय पुनर्जागरण, बारोक और भारतीय तत्वों का सम्मिलन है।
- इसके केंद्र में एक बड़ी गुंबद है, जिसे ऊंची सीढ़ियों से पहुँचा जा सकता है। चारों ओर सुंदर बगीचे और जलाशय हैं जो इसकी खूबसूरती को बढ़ाते हैं।
संग्रहालय:
विक्टोरिया मेमोरियल का एक हिस्सा संग्रहालय के रूप में कार्य करता है, जिसमें भारतीय इतिहास, कला और संस्कृति से संबंधित कई वस्तुएं प्रदर्शित की जाती हैं:
- महारानी विक्टोरिया की तस्वीरें और व्यक्तिगत वस्तुएं।
- ब्रिटिश कालीन वस्त्र, चित्र और शिल्प।
- भारतीय कला और मूर्तियां।
- मुगल और राजपूत काल की कलाकृतियाँ।
प्रमुख आकर्षण:
- रानी विक्टोरिया की प्रतिमा: यह प्रतिमा मेमोरियल के सामने स्थित है।
- संग्रहालय और गैलरी: यहां भारतीय इतिहास से संबंधित विभिन्न कलाकृतियाँ और ब्रिटिश साम्राज्य के समय की वस्तुएं रखी गई हैं।
- सुंदर बगीचे और जलाशय: इसके चारों ओर सुंदर बगीचे हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
समय और प्रवेश शुल्क:
- समय: विक्टोरिया मेमोरियल आमतौर पर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता है।
- प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए प्रवेश शुल्क सस्ता होता है, जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए अधिक शुल्क लिया जाता है।
यह ऐतिहासिक स्मारक भारतीय संस्कृति, ब्रिटिश इतिहास और वास्तुकला का बेहतरीन मिश्रण प्रस्तुत करता है और कोलकाता का प्रमुख पर्यटन स्थल है।