यह सच है कि पृथ्वी पर अरबों साल तक आग नहीं थी। वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी के प्रारंभिक इतिहास में आग लगने के लिए आवश्यक तत्व जैसे ऑक्सीजन, पर्याप्त तापमान और ज्वलनशील पदार्थ मौजूद नहीं थे। लगभग 2.4 अरब साल पहले पृथ्वी का वायुमंडल मीथेन और अन्य गैसों से भरा हुआ था, और ऑक्सीजन की मात्रा इतनी कम थी कि आग लगने की प्रक्रिया संभव नहीं थी।
ग्रेट ऑक्सीडेशन इवेंट (GOE) के दौरान साइनोबैक्टीरिया द्वारा ऊर्जा उत्पन्न करने से वायुमंडल में ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू हुआ, जिससे हालात ऐसे बने कि आग लगने की प्रक्रिया संभव हुई। हालांकि, GOE के बाद भी पृथ्वी ठंडी थी और आग लगने के लिए आवश्यक तापमान और ऑक्सीजन के स्तर में उतार-चढ़ाव जारी था।
पहली बार आग का फॉसिल रिकॉर्ड लगभग 42 करोड़ साल पहले मिला, जब वातावरण में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा उत्पन्न हुई। तब से आग लगने की प्रक्रिया पृथ्वी पर शुरू हुई और धीरे-धीरे जंगलों और अन्य जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामान्य हो गईं।


