मोपला विद्रोह (Moplah Rebellion) 1921 में हुआ एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम था, जो केरल राज्य के मालाबार क्षेत्र में हुआ था। यह विद्रोह मुख्यतः मुस्लिम समुदाय के किसानों और ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ था। विद्रोह के कारणों में साम्राज्यवादी शासन की दमनकारी नीतियाँ, भूमि सुधारों के तहत किसानों के साथ अन्याय, और आर्थिक समस्याएँ शामिल थीं।
मोपला विद्रोह को प्रारंभ में एक किसान आंदोलन के रूप में देखा गया था, लेकिन बाद में यह धार्मिक रंग ले लिया था, क्योंकि इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग सक्रिय रूप से भाग ले रहे थे। आंदोलन के दौरान, कई ब्रिटिश अधिकारियों और हिन्दू समुदाय के लोगों की हत्या की गई।
ब्रिटिश सरकार ने इस विद्रोह को कुचला और इसके परिणामस्वरूप सैकड़ों विद्रोहियों को फांसी दी गई या कारावास में डाला गया। यह विद्रोह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था और इसके बाद के समय में मुस्लिम समुदाय के बीच असंतोष और ब्रिटिश शासन के खिलाफ बढ़ी हुई प्रतिक्रिया का एक प्रतीक बन गया।
मोपला विद्रोह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण घटना थी, और इसके प्रभाव से मालाबार क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तनों की लहर चली।