मंगल ग्रह पर कभी पानी बहता था, और अब वैज्ञानिकों को वहां जीवन की संभावनाओं के और भी ठोस प्रमाण मिले हैं। पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की एक टीम ने अपने ताजा शोध में बताया कि लाल ग्रह पर पहले के अनुमानों से कहीं अधिक नदियां बहती थीं।
क्यूरियोसिटी रोवर ने दिए पुख्ता सबूत
नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने हाल ही में मंगल ग्रह पर बहती नदियों के महत्वपूर्ण साक्ष्य खोजे हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, कई क्रेटर, जो आज वीरान और सूखे दिखते हैं, कभी पानी से लबालब भरे हुए थे और संभावित रूप से जीवन को समर्थन देने वाले वातावरण का निर्माण करते थे। अध्ययन में कहा गया है, “मंगल ग्रह पर पहले सोची गई संख्या से कहीं अधिक नदियां थीं, जो वहां जीवन की संभावना को मजबूत करती हैं।”
झीलों और ऑर्गेनिक अणुओं की खोज
पिछले कुछ वर्षों में नासा के कई मिशनों ने मंगल पर जीवन की संभावनाओं को लेकर रोमांचक खुलासे किए हैं। इस साल जुलाई में नासा ने मंगल की सतह पर प्राचीन झीलों और ऑर्गेनिक अणुओं के प्रमाण पाए थे, जो जीवन के लिए आवश्यक तत्व माने जाते हैं। कार्नेगी इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक एंड्रयू स्टील के अनुसार, “मंगल ग्रह अभी भी रोमांचक बना हुआ है, और हो सकता है कि वहां जीवन के कुछ संकेत आज भी मौजूद हों।”
मंगल पर ऑक्सीजन उत्पादन का सफल परीक्षण
सितंबर 2024 में नासा ने एक और बड़ी सफलता हासिल की थी। मंगल मिशनों के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ऑक्सीजन तैयार करने की दिशा में मार्स ऑक्सीजन इन-सीटू रिसोर्स यूटिलाइजेशन एक्सपेरिमेंट (MOXIE) नामक मशीन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि अब तक मिले अणुओं का जीवन से सीधा संबंध साबित नहीं हुआ है, लेकिन यह शोध मंगल पर जीवन की संभावनाओं को और अधिक मजबूती देता है।
क्या मंगल पर जीवन संभव है?
इन नई खोजों से यह स्पष्ट होता जा रहा है कि मंगल ग्रह कभी रहने योग्य था। यदि वहां अतीत में जीवन था, तो क्या भविष्य में इंसान वहां बस सकते हैं? नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां इस दिशा में लगातार शोध कर रही हैं। मंगल पर पानी, ऑक्सीजन और जीवन के संकेतों की खोज, इस ग्रह को मानव बस्ती के लिए तैयार करने की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकती है।