आयुर्वेद में सहजन को एक चमत्कारी औषधि माना जाता है, जो कई बीमारियों को दूर करने में सहायक है। आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार के अनुसार, सहजन की पत्तियां, फली, बीज और पाउडर सभी स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी हैं। इसमें प्रोटीन, विटामिन A, C, कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
सहजन के मुख्य स्वास्थ्य लाभ:
✅ इम्यूनिटी बूस्टर: सहजन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं, जिससे बार-बार होने वाली सर्दी-खांसी से बचाव होता है।
✅ डायबिटीज में लाभदायक: सहजन का सेवन ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है, जिससे डायबिटीज मरीजों को फायदा होता है।
✅ पाचन तंत्र को करे मजबूत: इसमें मौजूद फाइबर अपच, गैस और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
✅ हड्डियों को बनाए मजबूत: सहजन की पत्तियां और फली कैल्शियम और फॉस्फोरस से भरपूर होती हैं, जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं और गठिया व जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
✅ त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: सहजन के सेवन से त्वचा में निखार आता है और बाल स्वस्थ व घने बनते हैं।
✅ वजन घटाने में सहायक: सहजन मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और वजन कम करने में मदद करता है।
✅ यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा: सहजन का सेवन यौन शक्ति को बढ़ाने में सहायक होता है।
कैसे करें सहजन का सेवन?
👉 सहजन की फली को सब्जी, सूप या दाल में डालकर खा सकते हैं।
👉 पत्तों का सूप, जूस या सलाद में सेवन करें।
👉 सहजन के पाउडर को पानी में घोलकर या स्मूदी में मिलाकर पिएं।
👉 बीजों का उपयोग पानी शुद्ध करने और औषधीय उपचारों में किया जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार, सहजन का सेवन शरीर को संपूर्ण पोषण प्रदान करता है और कई रोगों से बचाव में सहायक होता है। इसे अपने आहार में शामिल करके सेहतमंद जीवन की ओर बढ़ा जा सकता है।