सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा फैसला दिया कि फिल्मों में दिव्यांग लोगों को कैसे दिखाया जाता है, वह हमेशा के लिए बदल सकता है।
8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए फिल्मों और टीवी में दिव्यांगजनों (PwDs) के चित्रण के बारे में दिशा-निर्देश दिए हैं. ये फैसला फिल्म ‘आंख मिचोली’ के खिलाफ दायर याचिका पर आया है.