संसू जागरण, म्याऊं। विद्युत उपकेंद्र म्याऊं क्षेत्र के ग्राम अंगेसी में बिजली चोरी की सूचना पर टीम ने गांव में छापा मारा। जहां कटिया डालकर बिजली चोरी करते हुए नौ लोगों को पकड़ा गया।
जिसके बाद टीम सभी के नाम डायरी में लिखकर चली गई। लेकिन मात्र दो लोगो पर ही टीम ने एफआईआर कराई। जिससे ग्रामीण भड़क गए।
पकड़ा 9 लोगों को मुकदमा सिर्फ 2 लोगों पर
ग्रामीणों का आरोप है कि सात लोगों को टीम ने आर्थिक सांठगांठ कर छोड़ दिया। इस पर ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की। जिस पर जांच शुरू हो गई। जब इसकी जानकारी दोनों आरोपित लाइनमैन को हुई तो वह गांव पहुंच गए और ग्रामीणों को धमकाया। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा किया और हजरतपुर थाना पुलिस को शिकायती पत्र दिया। जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
म्याऊं बिजली घर पर तैनात दो लाइनमैन और जेई बालकृष्ण ने बिजली चोरी की सूचना पर अंगेसी गांव में जाकर छापा मारा। जहां बिटोली, अनीपाल, सोनवती, मोहर सिंह, नन्हे, रामभजन आदि नौ लोगो की चोरी करते हुए पकड़ लिया। ग्रामीणों का आरोप है बिजली टीम ने सात लोगो को आर्थिक सांठगांठ कर बिना कार्रवाई को छोड़ दिया। जबकि दो लोगों पर रुपये न देने के कारण प्राथमिकी करा दी।
ग्रामीण राहुल, रामपाल, रामेश्वर, रामभरोसे आदि का आरोप है बिजली कनेक्शन कराने के नाम पर हजारों रुपये बिजली विभाग के लाइनमैनों ने लिए थे। जिस कारण बिजली कटिया डालकर चला रहे थे। अब सब कुछ जानते हुए बिजली विभाग की टीम ने रिश्वत लेने की रणनीति बनाई।
इसी के चलते सात लोगों से आर्थिक सांठगांठ कर छोड़ दिया। इस मामले की शिकायत ग्रामीणों ने एसडीओ ककराला व एक्सईएन बदायूं से की है। जेई बालकृष्ण ने बताया बिजली चोरी करते हुए नौ लोगो को पकड़ा था। जिसमे दो लोगो पर प्राथमिकी करा दी है। अन्य सात पर जुर्माना लगाया गया है। लाइनमैन पर रिश्वत लेने के आरोप की जांच भी की जा रही है।
शिकायत वापस न ली तो झूठे मुकदमे में फंसा देंगे
ग्रामीणों की शिकायत पर रिश्वत लेने के आरोप में दोनो लाइनमैन पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। विभागीय जांच शुरू हो गई है। आरोप है कि इसी बात से बौखलाए लाइनमैनों ने रविवार को गांव अंगेसी में जाकर ग्रामीणों को धमकाया। कहा कि अगर शिकायत वापस न ली तो झूठे बिजली चोरी के मुकदमे में फंसाने और घेरकर मारपीट करने की धमकी दी। जिसकी वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रही है। ग्रामीणों ने थाना हजरतपुर पुलिस को शिकायती पत्र दिया है। जिसकी जांच शुरू हो गई है।