रायपुर पुलिस ने महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को गिरफ्तार किया है। महादेव ने ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े प्रमुख आरोपियों को भारत लाने के लिए आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय पुलिस हेडक्वार्टर से गुजरेगा। पुलिस को भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के दुबई में होने की जानकारी मिली है। दोनों को स्थायी वारंट भेजा गया है। साथ ही रेड कॉर्नर नोटिस, कुर्की संबंधी दस्तावेज और आरोपियों के प्रत्यर्पण के लिए आवश्यक दस्तावेज भी बनाए गए हैं। दुर्ग पुलिस ने पहले पत्र लिखा था।
जानकारी के अनुसार सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल अभी दुबई में हैं। पुलिस के पास दोनों के अपराध से जुड़े पर्याप्त सबूत हैं। साथ ही साथ अब भी जिन खातों से ट्रांजेक्शन हो रहा है उन खातों को पुलिस दोबारा ऑडिट करा रही है।
ऐसे कई उदाहरण हैं जब खाता धारकों को नहीं पता था कि उनके अकाउंट में क्या हो रहा है। पुलिस ऐसे खाताधारकों को विवेचना से बचाएगी। साथ ही, फिजिकल और पूरी तरह से पैसे की धोखाधड़ी करने वाले लोगों को पुलिस जांच का सामना करना पड़ेगा। यूएई की सरकार और ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के खिलाफ लगातार संपर्क किया है।
ईओडब्ल्यू महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को दुबई से छत्तीसगढ़ लाने की योजना बना रहा है। EOW ने 19 जुलाई को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में 10 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र प्रस्तुत किया।
इसमें सोनी को सौरभ, रवि और शुभम ने छोड़ दिया है। सरकार केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इन आरोपितों को दुबई से रायपुर ले आएगी। मामले की जांच कर रहे ED ने भी रवि उप्पल को दुबई से भारत लाने का आवेदन रायपुर की स्पेशल कोर्ट में किया था। जो मान्यता प्राप्त है।
सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने आनलाइन सट्टेबाजी एप के माध्यम से देश में करीब चार हजार पैनल ऑपरेटरों का नेटवर्क बनाया। हर पैनल ऑपरेटर के पास सट्टा लगाने वाले दो सौ ग्राहक हैं। माना जाता है कि दोनों इस तरह से प्रतिदिन 200 करोड़ रुपये कमाई करते हैं। अपने इसी काले धन से संयुक्त अरब अमीरात का साम्राज्य बनाया।