मुंगेली। शराब पीने के लिए दुकानदार से पैसे मंगाने का विवाद बढ़ा और एक व्यक्ति की हत्या के बाद समाप्त हुआ। मामला पुरानी रंजिश का था। आरोपियों ने मिलकर युवक की हत्या कर दी और फरार हो गए। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सबको गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
सरगांव थाना क्षेत्र के चिरौटी गांव निवासी पिंटू पात्रे ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि मेरा चचेरा भाई दौलत पात्रे, जो ग्राम धरदेई में था। इस दौरान दौलत पात्रे ने शराब पीने के लिए एक दुकानदार मनोज यादव से 500 रुपए उधार पैसा मांगने पर ग्राम धरदेई निवासी प्रीतम बरगाह ने पैसा देने को मना किया। इस पर दौलत ने कहा तुम कौन होते हो बोलने वाला कहकर प्रीतम बरगाह और दौलत पात्रे में बीच विवाद होने लगा। तभी प्रीतम बरगाह ने अपने भाइयों को बुलाया दौलत पात्रे पर प्राणघातक हमला कर हत्या कर दी। मृतक के परिजन की रिपोर्ट पर बीएनएस की धाराओं के तहत मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।
एसएसपी गिरिजाशंकर जायसवाल ने बताया कि रिपोर्टकर्ता पिंटू पात्रे जो कि मुंगेली बिलासपुर में ड्राइवरी का काम करता है। 14 अगस्त को शाम को बिलासपुर से वापस अपने गांव आने के लिये निकला और ग्राम धरदेई पहुंचा। धरदेई बस स्टैंड चौक पर प्रकरण के मृतक दौलत पात्रे उम्र 30 वर्ष चिरौटी निवासी से मुलाकात हुई।
बारिश होने के कारण चौक पर रूक गए। इस दौरान मृतक दौलत ने पास के आटो पार्ट्स के दुकान चलाने वाले मनोज से शराब पीने के लिए 500 रुपए मांगा। मनोज के दुकान पर प्रीतम बरगाह अपनी गाड़ी काम करा रहा था। प्रीतम के रिश्ते के चाचा निक्कू उर्फ सूयकांत के पिता मिथलेश बरगाह की वर्ष 2015 में दौलत ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की थी। पूछताछ पर जानकारी हुई कि उक्त घटना के मृतक मिथलेश का खेत ग्राम चिरौटी से लगा हुआ है। मृतक दौलत आदतन चोरी आदि घटना अपने साथी के साथ में किया करता था।
पुलिस के द्वारा पकड़े जाने पर दौलत और उसके साथी मिथलेश के द्वारा पुलिस को सूचना दिए जाने का संदेह करते थे। इसी संदेह और रंजिश पर दौलत ने अपने साथियों के साथ मिथलेश की हत्या कर दी थी। अपने रिश्तेदार हत्या की रंजिश पर प्रीतम ने मनोज सेे दौलत को पैसे देने से मना किया। इसी बात पर प्रीतम और दौलत के बीच कहा सुनी होने लगी। प्रीतम ने विवाद के बीच अपने साथियों निक्कू उर्फ सूर्यकांत बरगाह, लिखेश बरगाह और प्रवीण बरगाह को बुला लिया। सभी ने मिलकर घटना स्थल ग्राम धरदेई चौक पर दौलत पात्रे की लाठी, डण्डा, कुदाली से हत्या कर फरार हो गए।
एसएसपी ने गठित की थी 6 जांच टीम
घटना की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल के नेतृत्व में 6 टीमें तैयार की गई थी। आरोपियों की तलाश के लिए लोकेशन पता की गई। इलेक्ट्रानिक माध्यम और सीसीटीवी फुटेज की मदद ली गई। आरोपियों के संभावित ठिकानों बिलासपुर में सरकंडा, कोटा, सरगांव और भाठापारा आदि सभी जगह में टीमें रवाना की गई। आरोपियों को अलग-अलग टीमों के माध्यम से 24 घंटे में तलाश कर हिरासत में लिया गया। घटना की रिपोर्ट घटना के साक्षी पिन्टू पात्रे के द्वारा रात्रि में ही थाना पथरिया में दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध कई मामले दर्ज है।