दुर्ग के युवक को एक स्वजातीय कन्या से शादी करना था।बस उसकी इसी इच्छा ने उसे मार डाला।क्योंकि ठगों ने जब इस बारे में पता चला तो फिल्मी कहानी की तरह पूरा जाल बुना।इसके बाद युवा को शादी के जाल में इतना फंसाया कि वह अब कहीं नहीं था। इनमें एक महिला ने विवाह एजेंट का काम किया, दूसरी ने समाज की अविवाहित कन्या का, और बाकियों ने पिता, भाई और बहनोई के अलावा अन्य रिश्तेदारों का काम किया।
शिकायतकर्ता ने बताया कि पिता का व्यवसाय चलाने और पांच बहनों की शादी की देखभाल करने के कारण विवाह को देरी से करना पड़ा। उनके परिवार ने एक जैन लड़की की तलाश की। प्रार्थी के पिता ने सूरत में जाने-माने महावीर जैन से शादी का मुद्दा उठाया। महावीर ने एजेंट सरला की शादी के बारे में बताया। सरला ने इस पर इंदौर की एक युवा महिला पूर्वा जैन का जीवनी डाटा भेजा।
याचिकाकर्ता के पिता और बहन पूर्वा को देखने इंदौर गए। लेकिन घर पर सिर्फ एक युवा था जब सभी लड़की के घर पहुंचे। जो पूर्वा का छोटा भाई था। विवाह एजेंट सरला ने बाद में शादी करने के एवज में 1.5 लाख रुपए मांगे। लेकिन आरोपी के परिवार ने मुंह दिखाई के लिए ११ हजार रुपये दे दिए। 9 अप्रैल को लड़की के बड़े भाई महावीर और शांतिलाल गांधी को उसके पिता के रूप में परिचय दिया गया। लड़की वालों से मुलाकात के बाद, प्रार्थी के परिवार ने शादी का खर्च उठाने की घोषणा की। शादी की शर्त थी कि लड़के वाले शादी का पूरा खर्च लगभग 16 लाख रुपए उठाएंगे।
रिश्ता हुआ तो एजेंट सरला ने प्रार्थी के परिवार से 16 लाख रुपये देने की मांग शुरू कर दी। 5.50 लाख रुपये इस पर दिए गए। शादी के दिन बाकी राशि देने की बात हुई। 23 अप्रैल को लड़की पूर्वा जैन और उसके परिवार के अन्य सदस्य दुर्ग पहुंचे और सगाई की रस्म प्रार्थी के घर पर ही पूरी की गई।कथित वधु पक्ष ने तीन लाख रुपये अतिरिक्त प्राप्त किए। 3 मई को इंदौर के एक होटल में आरोपी और आरोपी पूर्वा जैन की शादी हुई। प्रार्थी के परिवार ने भी इसका खर्च उठाया।इस दौरान विवाह एजेंट ने मौके पर ही लगभग नौ लाख रुपये की शेष राशि भी निकाली। अब तक, आवेदक के परिवार ने अलग-अलग समय पर कुल 17.50 लाख रुपए दे चुका था.
याचिकाकर्ता ने पुलिस को बताया कि शादी के बाद दूल्हा ने कथित पत्नी से आधार कार्ड मांगा, जिसके बाद वह बहाना बनाने लगी। धोखाधड़ी का खुलासा हुआ जब शक हुआ। प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने सातों (कथित पत्नी भी शामिल) के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया। सभी आरोपियों ने अपने नाम बदलकर अपना नाम बताया। इस मामले में पुलिस ने पूर्वा जैन, पूर्वा के भाई संतोष, विवाह एजेंट सरला और सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
विशेष बात इस मामले में यह है कि जो लोगों ने लड़की को अपना रिश्तेदार बताया, उनका वास्तव में लड़की से कोई संबंध नहीं था। पुलिस ने अब मामला दर्ज किया है और आरोपियों की तलाश शुरू की है।