बिलाईगढ़ विधानसभा के सलौनीकला धान उपार्जन केंद्र में बड़े भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। यहां सरकारी नियमों को ताक पर रखकर धान की तौल में हेराफेरी की जा रही थी, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाने की साजिश थी। मामले में जांच के बाद पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
ऐसे हुआ घोटाले का खुलासा
धान उपार्जन केंद्र में किसानों से 41.300 किलो धान खरीदकर केवल 26.800 किलो के कट्टे तैयार किए जा रहे थे। इस घोटाले की सूचना मिलने पर कलेक्टर के आदेश पर एसडीएम वर्षा बंसल ने टीम के साथ निरीक्षण किया। जांच में सामने आया कि 1894 क्विंटल धान, जिसकी कीमत ₹43,56,200 थी, गबन करने की कोशिश की गई थी।
इनके खिलाफ दर्ज हुई FIR
जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने संजय साहू (पूर्व समिति प्रबंधक), देवनारायण चन्द्र (पूर्व फड़ प्रभारी), भरत चन्द्रा (वर्तमान समिति प्रबंधक), रामेश्वर चन्द्रा (वर्तमान फड़ प्रभारी) और गीता प्रसाद साहू (कंप्यूटर ऑपरेटर) के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जांच में सामने आई ये गड़बड़ियां
- ट्रक नंबर अलग-अलग: केंद्र में लोड हो रहे ट्रक के आगे और पीछे के नंबर अलग-अलग थे (CG22P3601 और CG22P3901)।
- कम वजन के बोरे: मानक 40 किलोग्राम के बजाय कम वजन के बोरे तैयार किए गए थे।
- कम धान उपलब्ध: जमा धान 23877.64 क्विंटल होना चाहिए था, लेकिन सिर्फ 1894 क्विंटल पाया गया।
अब पुलिस ने सभी आरोपियों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घोटाले में और कौन-कौन शामिल हैं, इसकी भी जांच की जा रही है।
show less