छत्तीसगढ़ की बालोद पुलिस ने सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना को महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार किया है। जबकि दो अन्य सदस्यों को छत्तीसगढ़ से पकड़ा है।
गिरोह का सरगना उत्तम चंद खांडेकर वर्ष 2008 में सेवानिवृत्त सैनिक है। आरोपी भोले-भाले लोगों को नौकरी का सपना दिखाकर उनकी मेहनत की कमाई ठगता था, खुद को रेलवे अधिकारी बताता था। शातिर ठग पहले भी ठगी के तीन मामलों में जेल जा चुका है।
दरअसल, उत्तम अपने साथी डुलेश कुमार साहू और अंकुश मिश्रा के साथ मिलकर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता था। बालोद पुलिस को जब कई शिकायतें मिलीं, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई की। बालोद पुलिस ने भगवान सिंह धुव्र और हरीशचंद्र सिन्हा के नेतृत्व में दो विशेष टीमों का गठन किया, जिन्हें महाराष्ट्र के गोंदिया और नागपुर भेजा गया।
लेकिन बदमाश आरोपी अपने मूल स्थान से दूसरे स्थान पर छिपा हुआ था। तकनीकी साक्ष्यों की मदद से उत्तम चंद को गोंदिया से बालोद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। डुलेश कुमार साहू और अंकुश मिश्रा भी इस ठगी के खेल में गिरफ्तार हो चुके हैं।