अध्यक्ष छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल क्या गड़बड़ीबाज अधिकारियों को तलब करेंगे ?
छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के शीर्ष अधिकार क्या अनियमित कार्याचरण को रोकेंगे ?
सचिव आवास एवं पर्यावरण विभाग छत्तीसगढ़ क्या धोखाधड़ी प्रवृत्ति वाले अधिकारियों का संज्ञान लेंगे ?
पूरब टाइम्स , रायपुर . पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में छ.ग. गृह निर्माण मंडल की कार्यशैली पर अनेक शिकायतें हुईं थीं. अनेक अफसरों व राजनेताओं के विरुद्ध जांचों में साक्ष्य भी पाये गये थे परंतु दोषियों की फाइलें ठडे बस्ते में डाल दी गईं थीं . इसके साथ ही छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल को फंड ना देकर , उसे बंद करने जैसी बात चलने लगीं थीं . पर इस सरकार ने नये प्रोजेक्ट चालू किये और मंडल के नये प्रोजेक्ट्स की घोषणाएं भी की हैं . मंडल के अध्यक्ष पद पर आई.ए.एस. अधिकारी के बैठे रहने से ऐसा लगा था कि वे गम्भीरता पूर्वक मण्डल के अधिकारियों पर लगे भ्रष्टाचार के दाग को दूर करने के लिये शिकायतों की जांच करवाएंगे परंतु किसी तरह से जांचें आगे ना बढ़ने से आम जनता में निराशा व आक्रोष बढते ही जा रहा है . ऐसे अनेक मामलों पर पूरब टाइम्स के खोजी पत्रकारों ने जानकारी इकट्ठा की थीं , साथ ही अनेक समाज सेवकों ने भी तत्कालीन अध्यक्षों को शिकायतों व नोटिसों के माध्यम से अवगत कराया है . ऐसे ही एक मुद्दे को मीडिया के माध्यम से संज्ञान करवा रहे हैं . अब देखने वाली बात होगी कि हाउसिंग बोर्ड का उच्च प्रशासन इस मुद्दे को गम्भीरता से लेकर जांच कार्यवाही करता है या फिर प्रदेश शासन के मुखिया व विभागीय मंत्री की दखल के बाद कार्यवाहियां शुरु होंगी . पूरब टाइम्स की एक रिपोर्ट ..
लेट्स ट्रेवल्स फ्री कंपनी और छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों का क्या संबंध है ?
छत्तीसगढ़ में चिटफंड पद्धति और चेन सिस्टम से व्यापार करने वाली कंपनियों द्वारा इन दिनों प्रदेश के भोले भाले लोग बड़े पैमाने में ठग लिए जा रहें है ऐसी ही एक कंपनी है लेट्स ट्रेवल्स फ्री जिसने मुफ्त में घूमने घुमाने का वादा करके बहुत से लोगों को लालच दिया और उनसे पैसे ठग लिए है बताया जा रहा है कि लोगों द्वारा इस कंपनी पर विश्वास करने का मूल कारण यह हैं कि इस कंपनी को छत्तीसगढ़ में प्रसारित करने वाले मुख्य लोगों में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के शीर्ष अधिकारी थे जिनके द्वारा यह भ्रम फैलाया गया था कि शासकीय लोकसेवकों के द्वारा चलाई जा रही अभूतपूर्व योजना है । जिसके आधार पर भोले भाले लोग ठगी का शिकार हुए है।
छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों ने सदस्यता लेकर धोखेबाजी करने के लिए संस्था बनाई थी क्या ?
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के मुख्यालय में पदस्थ अधिकारियों ने मिलकर पंजीयक फर्म सोसायटी छत्तीसगढ़ के कार्यालय से एक संस्था पंजीकृत करवाई है और लेट्स ट्रेवल्स फ्री कंपनी से ठगी के शिकार लोगों को गुमराह किया की यह संस्था ठगी का शिकार हुए लोगों को कंपनी द्वारा ठग लिए गए पैसे लौटायेगी लेकिन वर्तमान परिस्थिति में ऐसा नहीं हुआ है सूत्रों का कहना है कि पीड़ित लोग जब पुलिस शिकायत दर्ज करवाने लगे तो उन्हें गुमराह करने के लिए एवं भ्रामक स्थिति बनाने के लिए यह संस्था पंजीकृत करवाई गई है लेकिन अब इस मामले का जल्द खुलासा होने की जानकारी दी जा रहीं हैं।
लोकसेवक होकर गैर शासकीय आर्थिक लेन देन करने वाली संस्था की सदस्यता लेने के पूर्व प्रशासकीय अनुमति क्यों नहीं ली गई ?
लेट्स ट्रेवल्स फ्री कंपनी लगा ठगी का आरोप अभी पुलिस विवेचना का मामल है जिसकी शिकायत के आधार पर पुलिस जांच चल रहीं है जिसमें छत्तीसगढ़ गृह निर्माण के संलिप्त अधिकारियों की कूटनीतिक चाल सफल होती नजर आ रहीं थी लेकिन इस बीच छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों के विरुद्ध मंडल मुख्यालय में अवैधानिक आर्थिक गतिविधि में संलिप्त होने की शिकायत की गई जिसमें स्पष्ट आरोप लगाया गया है कि मंडल के अधिकारियों ने शासन से विधिवत अनुमति अभिप्राप्त किए बिना सोसायटी का पंजीयन करवाया है जिसके बाद से यह मामल छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के मुख्यालय स्तर की जांच का विषय बन गया है ।
ठगी का शिकार हुए लोगों से जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों ने लेट्स ट्रेवल्स फ्री कंपनी और सोसायटी बनाकर लोगों से ठगी करने वाली कंपनी के गैर कानूनी कार्य व्यवहार में हिस्सा लेकर आर्थिक लाभ हासिल करने का आर्थिक अपराध कारीत किया है जिसकी वस्तुस्थिति विधिवत कार्यवाही प्रक्रिया में लाने का सामाजिक कर्तव्य पूरा कर रहा हूं
अमोल मालूसरे
सामाजिक कार्यकर्ता