छत्तीसगढ़ के पवित्र तीर्थ त्रिवेणी संगम, राजिम में आज से राजिम कुंभ कल्प 2025 का भव्य शुभारंभ हो रहा है। माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। भक्तों ने महानदी में स्नान कर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया और कुलेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
राज्यपाल करेंगे शुभारंभ, बॉलीवुड गायिका देंगी प्रस्तुति
आज शाम छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका राजिम कुंभ का आधिकारिक शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर बॉलीवुड की प्रसिद्ध पार्श्व गायिका मैथिली ठाकुर अपनी विशेष प्रस्तुति देंगी।
20 साल बाद बदला मेला स्थल, 54 एकड़ में बना भव्य मंच
इस बार 20 वर्षों के बाद मेला स्थल को संगम क्षेत्र से 750 मीटर दूर स्थानांतरित किया गया है। यह आयोजन अब लक्ष्मण झूला और चौबे बांधा के बीच 54 एकड़ भूमि में किया जा रहा है, जहां भव्य मंच और सुविधाएं विकसित की गई हैं।
“पंचकोशी धाम” थीम पर आधारित आयोजन
इस वर्ष राजिम कुंभ कल्प की थीम “पंचकोशी धाम” होगी, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिकता और संस्कृति का दिव्य अनुभव कराएगी। इस दौरान धार्मिक अनुष्ठान, संत समागम, प्रवचन और आध्यात्मिक संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा।
आगे पढ़ेमहाशिवरात्रि तक चलेगा महासंगम, प्रमुख तिथियां
12 फरवरी: माघ पूर्णिमा – श्रद्धालुओं का पुण्य स्नान
21 फरवरी: जानकी जयंती – संत समागम की शुरुआत
26 फरवरी: महाशिवरात्रि – राजिम कुंभ कल्प का भव्य समापन
भक्तों और संतों का महासंगम
देशभर से आए संत-महात्मा, कथा वाचक और श्रद्धालु इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। आध्यात्मिक प्रवचनों के साथ स्थानीय लोककला और संस्कृति का प्रदर्शन भी किया जाएगा। प्रशासन ने सुरक्षा, यातायात, पेयजल, शौचालय, पार्किंग और भोजन की विशेष व्यवस्थाएं की हैं।
पंडोखर सरकार का सत्संग दरबार
21-25 फरवरी: मध्य प्रदेश के गुरुशरण महाराज (पंडोखर सरकार) का सत्संग दरबार शाम 4 बजे से 7 बजे तक लगेगा।
13-19 फरवरी: राजस्थान के डॉ. संजय कृष्ण सलिल जी महाराज द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा।
अध्यात्म, भक्ति और संस्कृति का महापर्व
राजिम कुंभ कल्प 2025 केवल एक मेला नहीं, बल्कि धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का महासंगम है। संतों का सान्निध्य, भक्तों की आस्था और भव्य आयोजन इसे एक ऐतिहासिक और दिव्य अनुभव बनाएंगे।
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