दुर्ग जिले में सिंचाई विभाग द्वारा करवाए गए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित हुई क्या ?
सिंचाई विभाग का शिवनाथ वृत्त दुर्ग गैर जिम्मेदाराना विभागीय अधिकारियों का गढ़ है क्या ?
जनता की नोटिस पर प्रतिक्रिया देने से अधीक्षण अभियंता दुर्ग कब तक बच पायेगा ?
पूरब टाइम्स , दुर्ग . छत्तीसगढ़ के सिंचाई विभाग में केवल प्रमुख अभियंता कार्यालय यानि जल संसाधन विभाग के मुख्यालय की कार्यशैली अनियमित नहीं है बल्कि इस विभाग के अधीक्षण अभियंता भी अपनी मनमानी कर रहे हैं . हालात ऐसे हैं कि यदि प्रदेश शासन के इस विभाग के मंत्री या सचिव इस ओर ध्यान नहीं दे तो प्रदेश सरकार की बड़ी किरकिरी हो सकती है . प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्ग शिवनाथ मंडल में पदस्थ जल संसाध्न विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेश पाण्डेय न केवल विधायक व जनता को गुमराह कर रहे हैं बल्कि विभाग के प्रमुख अभियंता को भी गुमराह कर रहे हैं. अपने कार्य में पारदर्शिता ना रखना , आने वाले शिकायतों पर कार्यवाही ना करना व उच्चधिकारियों द्वारा भेजे गये निर्देश पत्रकों पर खानापूर्ति जवाब देकर उन्हें ठंडे बस्ते में डालना इनकी विशेषता बन चुकी है .पारदर्शिता के अभाव का आलम यह है कि अब स्थानीय विधायकों को जानकारी विधानसभा पटल के माध्यम से लेनी पड़ रही है और आम जनता को सूचना के अधिकार से . सूत्रो के मुताबिक इस मंडल में हुए अविधिक कार्यव्यव्हार की जल्द ही बड़ा खुलासा हो जायेगा . पूरब टाइम्स की एक खबर …..
विधायक ललित चंद्राकर के विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई विभाग की अनियमितताएं कब तक निरंकुश रहेंगी ?
विगत विधानसभा चुनावों में जनता ने कांग्रेस को जड़ से उखाड़ फेंका जिसमें भूपेश बघेल सरकार का गृह मंत्री भी एक कांग्रेसी नेता था जो जनता के आक्रोश का शिकार हुआ लेकिन इस गृह मंत्री को हरवा कर घर का रास्ता दिखाने वाली दुर्ग ग्रामीण की जनता इन दिनों स्वयं को ठगा हुआ महसूस करने लगी है क्योंकि दुर्ग ग्रामीण का विधायक किसान हित रक्षण के मामले में मूक दर्शक बन कर कार्य करता नजर आ रहा है . गौर तलब रहे कि इसका कारण सिंचाई विभाग का अधीक्षण अभियंता विधायक ललित चंद्राकर पर पूरी तरह हावी होता नजर आ रहा है क्योंकि उसने तथाकथित तौर पर विधानसभा प्रश्न का विसंगतिपूर्ण जवाब देकर अपना प्रशासकीय निरंकुश वर्चस्व स्थापित होने का स्पष्ट संकेत दे दिया है ।
विभागीय मंत्री द्वारा दिया गया विधानसभा प्रश्न का उत्तर क्या वाकई विसंगतिपूर्ण नहीं है ?
मंत्री जल संसाधन विभाग छत्तीसगढ़ के द्वारा विधायक ललित चंद्राकर के विधानसभा प्रश्न का लिखित जवाब दिया गया है । इस विधानसभा जवाब के गैर जिम्मेदाराना कार्यवाही प्रक्रिया को जन सामान्य के द्वारा सीधे प्रश्नांकित किया गया है और सूचना नोटिस देकर अधीक्षण अभियंता शिवनाथ वृत्त दुर्ग से सीधे विसंगतिपूर्ण विधानसभा जवाब दिए जाने के कारणों के विधिक पहलुओं पर प्रकाश डालकर विधिवत संज्ञान करवाया गया है लेकिन इस मामले में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने युक्ति युक्त समय बीत जाने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं देकर स्वयं विभागीय कार्यवाही को शंकाओं के दायरे में लाकर खड़ा कर दिया है जिसके कारण शासन की छवि धूमिल हो रहीं है ।
एस.के.पाण्डेय अधीक्षण अभियंता शिवनाथ वृत्त दुर्ग नोटिस पर प्रतिक्रिया नहीं देकर क्या विधायक ललित चंद्राकर को निरुत्तरित छोड़ देंगे ?
जल संसाधन विभाग छत्तीसगढ़ के शिवनाथ वृत्त दुर्ग का अधीक्षण अभियंता एस.के.पाण्डेय दुर्ग क्षेत्र में अपनी विभागीय पकड़ के आधार पर इस कदर हावी है कि विधायक ललित चंद्राकर को विधानसभा में प्रश्न पूछकर अपने विधानसभा क्षेत्र दुर्ग ग्रामीण के जल संसाधन योजनाओं की जानकारी लेनी पड़ रही है . बावजूद इसके पदेन शक्तियों का दुरुपयोग करने वाले अधीक्षण अभियंता ने विधानसभा प्रश्न की तर्क संगत जानकारी को विभागीय मंत्री के माध्यम से विधानसभा पटल पर नहीं रखने का तथाकथित कार्याचरण किया है. इस गंभीर आरोप को जन सामान्य की नोटिस पर प्रतिक्रिया नहीं दिए जाने से तर्क संगत एवं विधिक तौर पर विचारणीय आधार मिल रहा है इसलिए अब आने वाला समय बतायेगा कि विधायक ललित चंद्राकर दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के हितों की रक्षा कैसे कर पायेंगे ?
दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की सिंचाई व्यवस्था के विभागीय कार्यों को अनदेखा किए जाने का स्पष्ट उल्लेख विधानसभा उत्तर में किया गया है लेकिन इस चिंतनीय स्थिति का निराकरण जागरूक विधायक ललित चंद्राकर के माध्यम हो पायेगा इसी आशा से विधानसभा प्रश्न के जवाब को हमारे द्वारा प्रश्नांकित किया गया है और सभी संबंधितों के संज्ञान में विधिवत लाया गया है अब प्रतिक्रिया का इंतजार है
अमोल मालुसरे
सामाजिक कार्यकर्ता एवं राजनीतिक विश्लेषक