छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव सट्टा एप मामले में EOW की टीम ने लंबे वक्त से फरार निलंबित कॉन्स्टेबल सहदेव सिंह यादव को गिरफ्तार किया है. आरोपी पिछले 3 सालों से ऑनलाइन सट्टा पैनल को ऑपरेटर कर रहा था.
रायपुर. छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव सट्टा एप मामले में फिर बड़ी कार्रवाई की गई है. आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम ने लंबे वक्त से फरार निलंबित कॉन्स्टेबल सहदेव सिंह यादव को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी पिछले 3 सालों से ऑनलाइन सट्टा बुकिंग पैनल को ऑपरेटर कर रहा था. इतना ही नहीं महादेव सट्टा एप से जुड़े एक पैनल को ये पटना और बिहार में ऑपरेट किया करता था. इसने 58 करोड़ की ब्लैकमनी को वाइट करने का काम भी किया था. मामले में रायपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
आरोपी ने 11 बैंक खातों में 2 करोड़ रुपये जमा किए थे जिसे फिलहाल फ्रीज किया गया है. साथ ही EOW ने एक इनोवा को भी जब्त किया है. आरोपी सहदेव के 2 भाई भीम यादव और अर्जुन यादव पहले से जेल में बंद हैं. तीनों भाई पुलिस विभाग में होकर ऑनलाइन सट्टा को ऑपरेट किया करते थे.
फरार था आरोपी सहदेव
बता दें कि महादेव सट्टा एप मामले में एसीबी की कार्रवाई के बाद से आरोपी सहदेव यादव फरार था. बताया जा रहा है कि सहदेव महादेव सट्टा एप के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी के लगातार कॉन्टैक्ट में रहता था. साथ ही पैसों के लेन-देन का काम किया करता था. इसकी जानकारी मिलते ही एसीबी की टीम ने एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद से ही आरोपी सहदेव फरार हो गया था, जिसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है.
बुधवार को एसीबी ने कार्रवाई करते हुए जेल में बंद निलंबित एएसआइ चंद्रभूषण के मैनेजर किशन वर्मा को गिरफ्तार किया था. अब तक की पूछताछ में आरोपी से जमीन बेचने की जानकारी पुलिस को मिली है. अब इसकी जांच की जा रही है. आरोपी किशन ही सट्टे की अवैध रकम को संभालने और उसे लीगल करने का काम किया करता था.