छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों की स्थिति चिंताजनक है, जहां हाल ही में दो कुलपति को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा, दो अन्य कुलपतियों के कार्यकाल समाप्त हो गए हैं, और उनकी जगह नई नियुक्तियों की प्रक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।
यह स्थिति विश्वविद्यालयों में प्रशासनिक अराजकता और शैक्षणिक कार्यों में रुकावट का कारण बन रही है। छात्रों और शिक्षकों में निराशा का माहौल है, क्योंकि बिना स्थायी नेतृत्व के कई महत्वपूर्ण निर्णय लटक रहे हैं।
राज्य सरकार को जल्दी ही नई नियुक्तियों की प्रक्रिया को पूरा करने और विश्वविद्यालयों में स्थिरता लाने की आवश्यकता है, ताकि छात्रों को गुणवत्ता शिक्षा मिल सके और शैक्षणिक गतिविधियाँ सुचारु रूप से चल सकें।\
प्रदेश में 15 राजकीय विश्वविद्यालय हैं। इसी तरह सितंबर 2023 में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी का कार्यकाल खत्म होने के बाद यहां पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं है। अक्टूबर 2023 में सदस्य डा. प्रवीण वर्मा को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।