9/11 Remembrance Day History: 11 सितंबर 2001 की सुबह अल-कायदा के 19 आतंकवादियों ने चार विमानों का अपहरण कर लिया, जिनमें से दो विमान न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स से टकराए। एक तीसरा विमान पेंटागन से टकराया और चौथा विमान पेंसिल्वेनिया के ग्रामीण इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना ने पूरी दुनिया को दहला दिया।

11 सितंबर 2001 की सुबह दुनिया ने वो मंजर देखा जिसने इतिहास की दिशा बदल दी। अल-कायदा से जुड़े 19 आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक विमानों को हाईजैक कर लिया। इनमें से दो विमानों को न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स में टकरा दिया गया।
तीसरे विमान ने वर्जीनिया के पेंटागन (अमेरिकी रक्षा विभाग मुख्यालय) को निशाना बनाया। वहीं चौथा विमान यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 93 वॉशिंगटन डीसी की ओर बढ़ रहा था, लेकिन यात्रियों की बहादुरी से वह पेंसिल्वेनिया के एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
सबसे बड़ा आतंकी हमला
इस हमले ने न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया को दहला दिया। यह घटना आतंकवाद के इतिहास का सबसे भयावह अध्याय मानी जाती है। आज भी जब लोग 9/11 हमले को याद करते हैं तो रूह कांप उठती है।
- इस घटना में कुल 2,977 लोगों की मौत हुई।
- चार विमानों में मौजूद 246 यात्री और क्रू मेंबर की मौत हो गई।
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की इमारतें गिरने से 2,606 लोग मारे गए।
- पेंटागन पर हुए हमले में 125 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
9/11 क्यों खास है?
हमले के बाद अमेरिका ने इसे केवल एक दर्दनाक घटना न मानकर, एक देशभक्ति और स्मरण दिवस (Patriot Day) के रूप में घोषित किया।
- 18 दिसंबर 2001 को अमेरिकी सरकार ने इसे आधिकारिक रूप से ‘पैट्रियट डे’ घोषित किया।
- हर साल 11 सितंबर को देशभर में स्मृति कार्यक्रम और मौन धारण किया जाता है।
- सुबह 8:46 बजे का समय बेहद खास है, क्योंकि यही वो पल था जब पहला विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टावर से टकराया था।
हमले के पीछे कौन था?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना की साजिश ओसामा बिन लादेन के नेतृत्व में अल-कायदा ने रची थी। कुल 19 आतंकियों में से 15 सऊदी अरब से थे, 2 संयुक्त अरब अमीरात से और बाकी अन्य देशों से थे। तीन टीमों में पाँच-पाँच आतंकी और चौथी टीम में चार आतंकी शामिल थे।


