रायपुर । राजधानी के डीडी नगर क्षेत्र, खासकर रोहिणीपुरम गोल चौक के आसपास मोबाइल लूट और चाकूबाजी की घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। स्थानीय नागरिकों और पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस की सुस्ती और लचर निगरानी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। वहीं, लगातार हो रही वारदातों के बावजूद 15 दिन बीत जाने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, जिससे लोगों में नाराजगी है।
दिन-दहाड़े लूट, कैमरे में कैद लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
लोकमान्य सोसायटी, रोहिणीपुरम के निवासी वैदुर्य निगम से मोबाइल लूट की घटना 28 मई को हुई थी। पास की एक मेडिकल स्टोर के सीसीटीवी फुटेज में सफेद स्कूटर पर सवार, मुंह ढंके हुए आरोपी की तस्वीर कैद भी हुई, लेकिन फुटेज की कम गुणवत्ता और अधिक स्पीड के कारण स्कूटर का नंबर साफ नहीं दिख पाया।
शासन द्वारा लगाए गए CCTV कैमरे भी नाकाफी साबित हो रहे हैं, क्योंकि उनमें नंबर प्लेट तक पढ़ने की क्षमता नहीं है।
एक दिन में दो वारदात, कोई एफआईआर नहीं
उसी दिन, टाटीबंध निवासी ओमप्रकाश साहू से भी डी.डी. नगर सेक्टर-1 के पास मोबाइल लूट की घटना हुई थी। उन्होंने भी लिखित शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
महिलाएं असुरक्षित, अंधेरे में बढ़ रहे अपराध
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में प्राप्त रौशनी की कमी और खराब स्ट्रीट लाइट्स के कारण अंधेरे का फायदा उठाकर अपराधी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। इस क्षेत्र से गोल चौक से साइंस कॉलेज तक अक्सर वीवीआईपी मूवमेंट होता है, लेकिन इसके बावजूद अपराधियों पर कोई नकेल नहीं कसी जा रही है, जो पुलिस प्रशासन की लापरवाही और उदासीनता को दर्शाता है।
स्थानीय लोगों की मांग: सुरक्षा बढ़े, निगरानी हो सख्त
नागरिकों ने मांग की है कि CCTV की गुणवत्ता सुधारी जाए, स्ट्रीट लाइट्स दुरुस्त की जाएं, गश्त बढ़ाई जाए, पीड़ितों की शिकायतों पर तुरंत FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाए। अब सवाल यह है कि क्या पुलिस प्रशासन चेतेगा, या रोहिणीपुरम और डी.डी. नगर में अपराध यूं ही बेलगाम चलता रहेगा?


