Total Users- 1,135,981

spot_img

Total Users- 1,135,981

Saturday, December 6, 2025
spot_img

बिजली के तारों पर बैठे पक्षियों को क्यों नहीं लगता करंट,मानवों को करंट क्यों लगता है?

बिजली के तारों पर बैठने वाले पक्षियों को करंट नहीं लगता क्योंकि इसके पीछे इलेक्ट्रिसिटी से जुड़ा एक महत्वपूर्ण विज्ञान छिपा है।

1. संभावित वोल्टेज का अंतर नहीं होता

जब कोई पक्षी केवल एक ही तार पर बैठता है, तो उसके दोनों पैर एक ही वोल्टेज पर होते हैं। करंट हमेशा उच्च वोल्टेज से निम्न वोल्टेज की ओर प्रवाहित होता है, लेकिन जब दोनों पैर एक ही वोल्टेज पर होते हैं, तो करंट प्रवाहित नहीं होता और पक्षी सुरक्षित रहता है।

2. जमीन या किसी अन्य कंडक्टर से संपर्क नहीं होता

अगर पक्षी किसी अन्य तार (जो अलग वोल्टेज पर हो) या जमीन को छू ले, तो करंट प्रवाहित हो सकता है और उसे झटका लग सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अब उसके शरीर में वोल्टेज का अंतर होगा, जिससे करंट प्रवाह करेगा।

3. मानवों को करंट क्यों लगता है?

अगर कोई इंसान नंगे तार को छू लेता है और उसका संपर्क जमीन से होता है, तो करंट आसानी से शरीर के माध्यम से प्रवाहित हो सकता है। यह इसीलिए क्योंकि इंसान का शरीर अच्छा कंडक्टर होता है और वोल्टेज डिफरेंस के कारण करंट प्रवाहित होता है।

4. बड़े पक्षियों के लिए खतरा

यदि कोई बड़ा पक्षी अपने पंख फैलाकर दो तारों को एक साथ छू ले, तो उसके शरीर में वोल्टेज डिफरेंस बन जाता है, जिससे करंट प्रवाहित हो सकता है और वह झटके का शिकार हो सकता है।

निष्कर्ष

पक्षियों को करंट नहीं लगने का कारण यह है कि वे केवल एक ही तार पर बैठते हैं और किसी अन्य वस्तु या तार को नहीं छूते, जिससे वोल्टेज डिफरेंस नहीं बनता और करंट प्रवाहित नहीं होता।

More Topics

क्या राधिका नगर, भिलाई के कसाईखाने की घपलेबाजी उजागर होगी ?

क्षेत्रीय अधिकारी छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल भिलाई को जवाबदेही...

अब केवल महिलाएं ज़्यादा नहीं बल्कि सभी बराबर अनसेफ हैं.

इस बीते साल में अनेक पत्नियों ने अपने पतियों...

छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल गिरफ्तार,26 दिनों से फरार थे

रायपुर. छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल...

कांग्रेस के नवनियुक्त जिलाध्यक्षों की बैठक,कई वरिष्ठ नेता होंगे शामिल

रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नवनियुक्त 41 जिलाध्यक्षों की महत्वपूर्ण...

बस्तर में शांति और विकास की नई इबारत

नक्सल प्रभावित इलाकों में वानिकी कार्य बना रोजगार का...

इसे भी पढ़े