नई दिल्ली: बीते कुछ वर्षों में दुनियाभर में कई संक्रामक बीमारियों ने गंभीर स्वास्थ्य संकट पैदा किया है। कोरोना वायरस, निपाह, मंकीपॉक्स और बर्ड फ्लू जैसे वायरसों ने वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाव डाला है। इसी बीच, एक और खतरनाक वायरस कैंप हिल (Camp Hill) की पहचान अमेरिका में की गई है।
पहली बार इंसानों में मिला कैंप हिल वायरस
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय और सिटी कॉलेज ऑफ न्यूयॉर्क के शोधकर्ताओं ने हेनिपावायरस परिवार के इस नए प्रकार की पहचान की है। यह वायरस जानवरों, विशेष रूप से छछूंदरों से इंसानों में फैल सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वायरस पहले केवल चमगादड़ों में देखा गया था, लेकिन अब अन्य जीवों में भी इसकी मौजूदगी ने चिंता बढ़ा दी है।
हेनिपावायरस फैमिली का हिस्सा है कैंप हिल वायरस
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक, कैंप हिल वायरस हेनिपावायरस परिवार से संबंधित है। यह वही वायरस परिवार है, जिसमें निपाह और हेंड्रा वायरस आते हैं। इन वायरसों की संक्रमण दर और घातकता को देखते हुए कैंप हिल को भी बेहद खतरनाक माना जा रहा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में आसानी से फैल सकता है और गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने बताया संभावित वैश्विक खतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पहले ही हेनिपावायरस और इससे संबंधित वायरसों को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा मान चुका है। अब जब कैंप हिल वायरस अमेरिका में पाया गया है, तो इस पर विशेष नजर रखी जा रही है। वैज्ञानिक इसे निपाह वायरस से भी अधिक खतरनाक मान रहे हैं और इसके संक्रमण की रोकथाम के लिए रणनीति बनाने की आवश्यकता पर बल दे रहे हैं।
कैंप हिल वायरस के संभावित खतरे
- जानवरों से इंसानों में फैलने की संभावना: यह वायरस छछूंदरों और चमगादड़ों से इंसानों में फैल सकता है।
- गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं: इसके कारण श्वसन तंत्र से जुड़ी गंभीर समस्याएं और इंसेफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) हो सकती हैं।
- उच्च मृत्युदर: वैज्ञानिकों के अनुसार, हेंड्रा वायरस की मृत्युदर 70% और निपाह की 40-75% के बीच रही है। कैंप हिल वायरस भी इसी श्रेणी में आ सकता है।
- कोई इलाज नहीं: फिलहाल इस वायरस का कोई विशेष एंटीवायरल उपचार उपलब्ध नहीं है।
वैज्ञानिकों की क्या है राय?
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय में शोधकर्ता डॉ. एरियल इसाक के अनुसार, कैंप हिल वायरस के इंसानों में संक्रमण के मामले सामने आने के बाद लोगों में डर बढ़ रहा है। वैज्ञानिक अभी इस वायरस की प्रकृति को समझने और इससे बचाव के प्रभावी तरीकों की खोज में जुटे हैं।
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) का कहना है कि इस वायरस से संक्रमित होने का सबसे अधिक खतरा उन लोगों को होता है जो संक्रमित जानवरों के संपर्क में आते हैं या दूषित खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं।
कैसे बचें इस वायरस से?
- संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
- चमगादड़ों और छछूंदरों की आबादी वाले क्षेत्रों में सतर्कता बरतें।
- खाने-पीने की स्वच्छता बनाए रखें और दूषित भोजन से बचें।
- यदि वायरस से जुड़े कोई लक्षण दिखें, तो तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें।
निष्कर्ष
कैंप हिल वायरस की खोज ने वैश्विक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। यह वायरस अभी नया है और इस पर शोध जारी है, लेकिन इसकी प्रकृति को देखते हुए यह गंभीर स्वास्थ्य संकट पैदा कर सकता है।