भूतेश्वर महादेव, छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में स्थित एक प्राचीन और चमत्कारी शिव मंदिर है, जो प्राकृतिक रूप से बढ़ती हुई शिवलिंग के कारण देशभर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर गढ़िया गांव से 3 किमी दूर और गरियाबंद जिला मुख्यालय से लगभग 18-20 किमी की दूरी पर स्थित है।
मुख्य विशेषता: स्वयंभू और बढ़ती हुई शिवलिंग
- यहाँ स्थित शिवलिंग को “भूतेश्वर नाथ” के नाम से जाना जाता है।
- यह शिवलिंग स्वयंभू (प्राकृतिक रूप से उत्पन्न) मानी जाती है, और इसकी सबसे अनोखी बात यह है कि यह हर वर्ष थोड़ी-थोड़ी बढ़ती रहती है।
- वैज्ञानिकों और भूगर्भविदों के लिए भी यह एक रहस्य बना हुआ है।
- धार्मिक आस्था और महत्व
- शिवलिंग की बढ़ती हुई प्रकृति के कारण इसे “जागृत शिवलिंग” माना जाता है।
- यहाँ हर वर्ष महाशिवरात्रि पर विशाल मेला लगता है, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजा के लिए आते हैं।
- मान्यता है कि सच्चे मन से प्रार्थना करने पर भोलेनाथ यहाँ शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य और स्थान
- मंदिर के चारों ओर हरियाली और पहाड़ियों से घिरा हुआ शांत और आध्यात्मिक वातावरण है।
- मंदिर तक पहुँचने के लिए पैदल मार्ग और सीढ़ियाँ बनी हुई हैं, जो यात्रा को और भी पवित्र बनाते हैं।
कैसे पहुँचे भूतेश्वर महादेव मंदिर?
- निकटतम शहर: गरियाबंद (18-20 किमी)
- रायपुर से दूरी: लगभग 110 किलोमीटर (3 घंटे की यात्रा)
- सड़क मार्ग: रायपुर – राजिम – गरियाबंद होते हुए सीधा पहुँचा जा सकता है।
- बस और टैक्सी: गरियाबंद से लोकल टैक्सी या ऑटो की सुविधा उपलब्ध है।
पूजा-अर्चना और सुविधाएं
- मंदिर परिसर में पुजारी, जलाभिषेक, फूल-माला, प्रसाद आदि की पूरी व्यवस्था है।
- निकट ही एक छोटी धर्मशाला और विश्राम स्थल भी बनाया गया है।
- साप्ताहिक पूजा, विशेषतः सोमवार को अधिक भक्त आते हैं।
- अन्य रोचक तथ्य
- स्थानीय लोगों का मानना है कि यहाँ कभी साधुओं और तपस्वियों की तपोभूमि रही है।
- क्षेत्र के लोग इसे “जीवित शिवलिंग” कहकर पुकारते हैं।