BSNL ने हाल ही में अपनी नई सेवा “Direct-to-Device” (D2D) लॉन्च की है, जिससे कॉलिंग और डेटा उपयोग के लिए अब सिम कार्ड की जरूरत नहीं होगी। इस सेवा का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को सिमलेस कनेक्टिविटी प्रदान करना है, खासकर उन उपकरणों में जहां फिजिकल सिम स्लॉट नहीं होता। इसके अलावा, यह तकनीक डिजिटल उपकरणों को सीधे नेटवर्क से कनेक्ट कर सकती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को सिम कार्ड डालने की प्रक्रिया से छुटकारा मिल जाएगा।
BSNL D2D सेवा के प्रमुख लाभ और विशेषताएं:
- सिम-फ्री कनेक्टिविटी: इस सेवा के तहत उपयोगकर्ताओं को सिम कार्ड की जरूरत नहीं होगी। यह सेवा सीधे डिवाइस के साथ इंटीग्रेट होकर काम करती है, जिससे eSIM तकनीक का उपयोग होता है।
- सुरक्षा और प्राइवेसी: सिम कार्ड के बिना इस सेवा का उपयोग करने से सुरक्षा और प्राइवेसी में सुधार होता है, क्योंकि इसका एक्सेस केवल उपयोगकर्ता के डिवाइस तक सीमित रहता है।
- कनेक्टिविटी में सुधार: BSNL D2D तकनीक विशेष रूप से इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) डिवाइसेज के लिए उपयुक्त है, जिससे स्मार्ट उपकरणों को आसान और प्रभावी कनेक्टिविटी मिलेगी।
- सीमलेस एक्सपीरियंस: इस सेवा से कॉलिंग और डेटा का अनुभव अधिक सहज होगा, क्योंकि यह सीधे डिवाइस के नेटवर्क से जुड़ेगा।
- नई तकनीक का उपयोग: यह सेवा उन उपयोगकर्ताओं के लिए खास है, जिनके पास ऐसे स्मार्ट उपकरण हैं, जिनमें फिजिकल सिम स्लॉट नहीं होता, जैसे स्मार्टवॉच, स्मार्टग्लासेस, लैपटॉप और अन्य IoT डिवाइसेज।
BSNL D2D कैसे काम करता है?
BSNL D2D सेवा में eSIM तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे डिजिटल सिम को सीधे डिवाइस में ही एक्टिव किया जा सकता है। उपयोगकर्ताओं को अपने उपकरण में BSNL D2D सेवा का सब्सक्रिप्शन लेने की जरूरत होगी। यह सेवा सभी प्रकार के स्मार्ट उपकरणों के लिए उपलब्ध होगी, जिसमें स्मार्टफोन, वियरेबल्स, लैपटॉप, टैबलेट आदि शामिल हैं।
इस सेवा का उद्देश्य
BSNL D2D सेवा का उद्देश्य भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी को और भी सरल बनाना है। इसका मुख्य फोकस उन उपकरणों पर है, जिन्हें फिजिकल सिम की आवश्यकता नहीं होती। इस सेवा से BSNL, रिलायंस जियो और एयरटेल जैसी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा में मजबूती हासिल करना चाहता है।
BSNL D2D सेवा न केवल उपयोगकर्ताओं के लिए एक नए तरीके की कनेक्टिविटी लाई है, बल्कि यह भविष्य की कनेक्टेड दुनिया के लिए भी एक बड़ी शुरुआत है।