भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतने वाली भारतीय टीम के लिए 58 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की। इस सम्मान में खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ, सहयोगी स्टाफ और पुरुष चयन समिति के सदस्यों के योगदान को मान्यता दी जाएगी।
टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत
टीम इंडिया ने 9 मार्च को दुबई में खेले गए फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। यह जीत भारत की व्हाइट-बॉल क्रिकेट में लगातार दूसरी आईसीसी ट्रॉफी थी, इससे पहले टीम ने 2024 टी20 विश्व कप जीता था।
भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत बांग्लादेश पर छह विकेट की मजबूत जीत से की। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ भी टीम ने छह विकेट से शानदार जीत दर्ज की। लीग चरण में न्यूजीलैंड को 44 रन से हराने के बाद, सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
बीसीसीआई के अधिकारियों की प्रतिक्रिया
बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने कहा, “लगातार आईसीसी खिताब जीतना एक विशेष उपलब्धि है। यह नकद पुरस्कार टीम इंडिया की कड़ी मेहनत और वैश्विक मंच पर उनकी उत्कृष्टता को मान्यता देने का एक तरीका है। यह जीत भारत के मजबूत क्रिकेट ढांचे को भी दर्शाती है।”
बीसीसीआई के मानद सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, “यह जीत खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ की वर्षों की कड़ी मेहनत और रणनीतिक कौशल का परिणाम है। भारत ने व्हाइट-बॉल क्रिकेट में अपनी श्रेष्ठता साबित की है और हम आशा करते हैं कि यह सिलसिला जारी रहेगा।”
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भी इस उपलब्धि पर टीम इंडिया की सराहना की। उन्होंने कहा, “यह नकद पुरस्कार टीम के उत्कृष्ट प्रदर्शन को मान्यता देने का एक तरीका है। खिलाड़ियों ने दबाव में जिस तरह का धैर्य और मानसिक मजबूती दिखाई, वह प्रेरणादायक है। भारतीय क्रिकेट लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है।”
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष प्रभातेज भाटिया ने कहा, “हम अपने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की कड़ी मेहनत और समर्पण को स्वीकार करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं। यह नकद पुरस्कार भारतीय क्रिकेट में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम खिलाड़ियों को सर्वोत्तम संसाधन और बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।”
बीसीसीआई के मानद संयुक्त सचिव रोहन गौंस देसाई ने टीम की सफलता पर कहा, “पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर देश को गर्व महसूस कराया। यह जीत भारतीय क्रिकेट की मजबूती और उसकी गहराई को दर्शाती है।”
भारतीय क्रिकेट का स्वर्णिम दौर
बीसीसीआई द्वारा घोषित 58 करोड़ रुपये की नकद पुरस्कार राशि आईसीसी द्वारा प्रदान की गई राशि से अतिरिक्त है। यह कदम भारतीय क्रिकेट के मजबूत ढांचे को और सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल खिलाड़ियों को गौरवान्वित किया है, बल्कि देशभर के युवा क्रिकेटरों के लिए भी एक प्रेरणा का काम किया है। टीम इंडिया की यह उपलब्धि क्रिकेट प्रेमियों के लिए गर्व का क्षण है और इससे भारतीय क्रिकेट का दबदबा वैश्विक स्तर पर और भी मजबूत हुआ है।