देश के प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर गोदरेज प्रॉपर्टीज के कार्यकारी चेयरपर्सन पिरोजशा गोदरेज ने कहा है कि भारत के आवासीय बाजार में मांग अभी भी मजबूत बनी हुई है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में जो जबरदस्त उत्साह देखने को मिला था, उसमें अब कुछ कमी देखी जा रही है, खासकर दिल्ली-एनसीआर में।
बिक्री में जबरदस्त प्रदर्शन, 28,000 करोड़ की संपत्तियां बेचीं
गोदरेज प्रॉपर्टीज ने 2024 में 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां बेचकर देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनी बनने का गौरव हासिल किया है। पिरोजशा गोदरेज के अनुसार, कंपनी ने हाल ही में मुंबई, बेंगलुरु, गुरुग्राम, पुणे और कोलकाता में अपनी नई आवासीय परियोजनाओं के जरिए 500 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री दर्ज की।
दिल्ली-एनसीआर में घटी रफ्तार, लेकिन बाजार अभी भी मजबूत
पिरोजशा ने माना कि दिल्ली-एनसीआर में छह से 12 महीने पहले की तुलना में अब उत्साह थोड़ा कम हो गया है, लेकिन मांग अभी भी मजबूत बनी हुई है। उन्होंने कहा, “क्या मैं मांग में सुस्ती देख रहा हूं? इसका जवाब ‘नहीं’ है। हमने पूरे भारत में अलग-अलग शहरों में जबरदस्त बिक्री की है, जो एक मजबूत आवास बाजार का संकेत है।”
घरों की कीमतों में बढ़ोतरी पर लगी लगाम
रियल एस्टेट डेटा फर्म प्रॉपइक्विटी के मुताबिक, 2023 में देश के शीर्ष नौ शहरों में घरों की बिक्री में 9% की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, संपत्ति सलाहकार एनारॉक ने सात प्रमुख शहरों में 4% की गिरावट का अनुमान लगाया है।
एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स के सीईओ विपुल रुंगटा ने भी कहा कि “अब घरों की कीमतों में तेज बढ़ोतरी देखने को नहीं मिल रही है। एक या डेढ़ साल पहले जो जबरदस्त तेजी थी, वह अब कम हो गई है।”
रियल एस्टेट सेक्टर में आगे क्या?
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का आवासीय बाजार अभी भी मजबूत है, लेकिन कीमतों में अत्यधिक वृद्धि की संभावना कम है। इससे नए खरीदारों को राहत मिल सकती है, जबकि डेवलपर्स को समझदारी से नई परियोजनाओं की प्लानिंग करनी होगी।