रियल एस्टेट कंपनी ओमेक्स उत्तर प्रदेश में बस टर्मिनलों के आधुनिकीकरण के लिए 2,700 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। शुक्रवार को कंपनी ने अपनी नियामकीय फाइलिंग में इस परियोजना की घोषणा की।
छह प्रमुख बस टर्मिनलों का होगा विकास
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ओमेक्स को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत छह प्रमुख बस टर्मिनलों को आधुनिक बनाने का करार दिया है। ये टर्मिनल निम्नलिखित शहरों में स्थित हैं:
- गाजियाबाद
- लखनऊ (गोमती नगर)
- प्रयागराज
- कौशांबी
- अयोध्या
- लखनऊ (अमौसी)
‘बीटुगेदर’ सब्सिडियरी के जरिए होगा कार्य
ओमेक्स इस प्रोजेक्ट को अपनी नई पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी ‘बीटुगेदर’ के माध्यम से पूरा करेगा। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक परिवहन के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और आधुनिक वाणिज्यिक स्थानों को एकीकृत करना है।
परियोजना से होगा आर्थिक लाभ
कंपनी के अनुसार, इस 2,700 करोड़ रुपये के निवेश से 4,700 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।
आधुनिकीकरण के तहत मिलने वाली सुविधाएं
इस प्रोजेक्ट के तहत छह बस टर्मिनलों का आधुनिकीकरण किया जाएगा, जिसमें निम्नलिखित सुविधाएं शामिल होंगी:
- ऑटोमैटिक टिकटिंग सिस्टम
- डिजिटल डिस्प्ले के साथ वास्तविक समय शेड्यूल
- एसी वेटिंग लाउंज
- चार्जिंग स्टेशन
- एस्केलेटर और लिफ्ट
- सुरक्षा के उन्नत उपाय
- आरामदायक बैठने की सुविधा
इसके अलावा, परियोजना में खुदरा स्थान (Retail Spaces), फूड कोर्ट, बैंक्वेट हॉल, स्टूडियो अपार्टमेंट, कार्यालय क्षेत्र, पर्याप्त पार्किंग और ईवी चार्जिंग स्टेशन जैसी सुविधाएं भी शामिल की जाएंगी।
सार्वजनिक परिवहन में सुधार और नए अवसरों का सृजन
बीटुगेदर के संस्थापक और ओमेक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मोहित गोयल ने कहा कि इस परियोजना से शहरी संपर्क और बुनियादी ढांचे में बड़ा सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक बनाने के साथ-साथ स्थानीय व्यवसायों और समुदायों के लिए नए अवसर भी उत्पन्न करेगी।
निष्कर्ष:
ओमेक्स द्वारा किया गया यह निवेश उत्तर प्रदेश के सार्वजनिक परिवहन और वाणिज्यिक बुनियादी ढांचे को एक नई दिशा देगा। यह न केवल यात्रियों की सुविधाओं में सुधार करेगा, बल्कि व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।