बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पहले पुणे के बालेवाड़ी में बैठक की थी। इस बैठक में अमित शाह ने शिव सेना उद्धव गुट की आलोचना की। अमित शाह ने कहा था कि उद्धव गुट ने कांग्रेस के पक्ष में हिंदुत्व छोड़ दिया है। आज पुणे में शिवसेना उद्धव गुट की बैठक हुई। इस बैठक में उद्धव ठाकरे ने अमित शाह की जमकर आलोचना की। साथ ही उनकी तुलना अहमद शाह अब्दाली से की है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि कुछ दिन पहले पुणे में बीजेपी का एक कार्यक्रम हुआ था। इतिहास पर नजर डालें तो कहना पड़ेगा कि शाहिस्ता खान थोड़ा चतुर था। वह अपनी उंगली पर खेलता था। तीन उंगलियां कट जाने के बाद वह वापस महाराष्ट्र नहीं आए। उद्धव ठाकरे ने परोक्ष रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना करते हुए कहा कि अगर उन्होंने थोड़ी भी अक्ल ली होती तो वह महाराष्ट्र वापस नहीं आते।
उद्धव ने कहा कि लेकिन वह (अमित शाह) वापस क्यों आये? लेकिन महाराष्ट्र की जनता ने जो झटका दिया, वो किसी पर भारी पड़ गया। वे यही देखने आये थे। अहमद शाह अब्दाली का एक राजनीतिक वंशज पुणे आया। वो अहमद शाह थे और ये अमित शाह हैं। यहां अहमद शाह की राजनीतिक शक्ति हिल गई। क्या हमें नवाज शरीफ का केक खाने वालों से हिंदुत्व सीखना चाहिए? उन्होंने कहा कि शिवसेना ने हिंदू धर्म छोड़ दिया है। हमने हिंदू धर्म नहीं छोड़ा है। जैसा कि शंकराचार्य ने कहा था, देशद्रोही हिंदू नहीं हो सकता। उद्धव ठाकरे ने टिप्पणी की कि आपने हमें धोखा दिया है।
उद्धव ठाकरे ने यह भी पूछा कि क्या आप उनसे दूर रहकर हमारी आलोचना कर रहे हैं? क्या हम हिंदू विरोधी हो जाएंगे अगर हम कांग्रेस के साथ गठबंधन करेंगे? फिर आपके राजनीतिक पिता श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने मुस्लिम लीग के साथ सहयोग क्यों किया? महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाई। आज भी वह चंद्रबाबू नायडू के साथ है। नायडू का हिंदू धर्म क्या है? नीतीश कुमार हिंदुत्ववादी हैं क्या?