नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़: विपक्ष का मोदी सरकार और रेलवे पर हमला
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हादसे की वजह महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ बताई जा रही है, जिससे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना
इस घटना के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार और रेलवे प्रशासन को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा—
“रेलवे में लगातार हो रही अव्यवस्थाएं सरकार की नाकामी को उजागर करती हैं। यह हादसा भी रेलवे प्रबंधन की घोर लापरवाही का नतीजा है।”
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी सरकार को घेरते हुए कहा—
“भारतीय रेलवे में इतनी बड़ी अव्यवस्था क्यों? रेल मंत्री को इस घटना की जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देना चाहिए।”
सरकार की प्रतिक्रिया
घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा—
“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ दुखद है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं।”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयागराज के लिए चार विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की घोषणा की और कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
रेलवे प्रशासन का बयान
हालांकि, रेलवे के पीआरओ दिलीप कुमार ने भगदड़ की घटना से इनकार किया और कहा—
“स्टेशन पर भीड़ अधिक थी, लेकिन भगदड़ नहीं मची। हम यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त इंतजाम कर रहे हैं।”
भविष्य के लिए बड़ा सवाल
इस हादसे ने रेलवे के भीड़ प्रबंधन और यात्री सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर ऐसे महत्वपूर्ण मौकों पर जब लाखों लोग यात्रा करते हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या सरकार और रेलवे प्रशासन इस घटना से सबक लेकर कोई ठोस कदम उठाएंगे या फिर यह हादसा भी अन्य घटनाओं की तरह सिर्फ एक जांच समिति तक ही सीमित रह जाएगा?