पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार सुबह 6:10 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। अचानक धरती हिलने से लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल आए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई, जिसका केंद्र बंगाल की खाड़ी में 91 किलोमीटर की गहराई में था।
दिल्ली, गाजियाबाद और बिहार में भी हाल ही में आए भूकंप
भूकंप सिर्फ कोलकाता तक सीमित नहीं रहा, बल्कि हाल ही में दिल्ली, गाजियाबाद और बिहार में भी झटके महसूस किए गए।
- दिल्ली-एनसीआर: 17 फरवरी की सुबह 4.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र नई दिल्ली था।
- गाजियाबाद: 23 फरवरी को दोपहर 3 बजे 2.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
- बिहार: 17 फरवरी को सीवान जिले में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र 10 किमी की गहराई में था।
क्यों आते हैं भूकंप?
धरती की सतह टेक्टोनिक प्लेटों से बनी होती है, जो लगातार गतिशील रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं तो दबाव बढ़ जाता है, और प्लेट्स के टूटने या खिसकने से अचानक ऊर्जा निकलती है, जिससे भूकंप आता है।
क्या हुआ नुकसान?
फिलहाल किसी बड़े जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में भी भूकंप की संभावना बनी रह सकती है। प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।