दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 साल बाद सत्ता में वापसी करती दिख रही है। चुनाव आयोग के ताजा रुझानों के मुताबिक, भाजपा 70 में से 48 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) 22 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है।
आप के कई बड़े नेता हारे
AAP के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने जंगपुरा सीट से हार स्वीकार की। उन्होंने कहा, “जंगपुरा ने मुझे प्यार और सम्मान दिया, लेकिन मैं करीब 600 वोटों से पीछे रह गया।” इसी तरह, राजेंद्र नगर सीट से AAP उम्मीदवार दुर्गेश पाठक और पटपड़गंज सीट से अवध ओझा भी चुनाव हार गए। अवध ओझा ने कहा, “यह मेरी व्यक्तिगत हार है। मैं लोगों से जुड़ नहीं सका, लेकिन अगला चुनाव यहीं से लड़ूंगा।”
केजरीवाल और आतिशी भी पीछे
नई दिल्ली सीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कालकाजी सीट पर आतिशी पीछे चल रही हैं, जिससे AAP के लिए स्थिति और कठिन होती जा रही है।
भाजपा मुख्यालय पर जश्न, पीएम मोदी देंगे संबोधन
भाजपा की बढ़त के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह है और दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में जश्न शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 7 बजे भाजपा मुख्यालय पहुंचकर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
भाजपा ने 1993 में बनाई थी सरकार
दिल्ली में भाजपा ने आखिरी बार 1993 में सरकार बनाई थी, जब पार्टी ने 49 सीटें जीती थीं। तब भाजपा ने 5 साल के कार्यकाल में 3 मुख्यमंत्री बदले थे।
अब सभी की नजरें अंतिम नतीजों पर टिकी हैं कि क्या भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बना पाएगी या नहीं।