महाराष्ट्र के नागपुर में रेलवे फाटक पर फंसी एक स्कूल बस में सवार 40 बच्चों को लोको पायलट और स्थानीय लोगों की सूझबूझ से समय रहते बचा लिया गया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि यह घटना खापरखेड़ा में गुरूवार को दोपहर करीब चार बजे हुई।
अधिकारी ने बताया कि रेलवे फाटक पार करते समय बस के चालक ने लालबत्ती को अनदेखा किया। उन्होंने कहा कि जब बस रेल पटरी पर पहुंची तो रेल के गुजरने के लिए रेलवे फाटक दोनों ओर से बंद हो चुका था जिससे वाहन वहां फंस गया। उन्होंने बताया कि इसके बाद वहां अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोग जल्द ही पटरी पर एकत्र हो गए और उन्होंने रेल चालक से रेलगाड़ी को रोकने का संकेत दिया।
अधिकारी ने बताया कि पटरी पर बहुत सारे लोगों को एकत्र होता देखा लोको पायलट को लगा कि कुछ गड़बड़ है, इसलिए उसने ब्रेक लगाए और रेलगाड़ी को रेलवे फाटक से पहले ही रोक दिया। अधिकारी ने बताया कि दस मिनट के भीतर स्थिति को संभाल लिया गया और बस सुरक्षित रूप से दूसरी ओर पहुंच गई। खापरखेड़ा पुलिस थाने के प्रभारी धानजी जालक ने कहा कि इस मामले में स्कूल बस चालक की गलती है क्योंकि उसने लाल बत्ती देखने और यह जानते हुए भी कि स्वचालित गेट बंद हो जाएंगे तब भी वाहन को नहीं रोका।