किडनी स्टोन या पथरी की समस्या आज एक आम स्वास्थ्य चिंता बन गई है, जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही है। पेट में असहनीय दर्द, पेशाब में जलन, और कभी-कभी पेशाब में खून आना इसके सबसे तकलीफदेह लक्षण हैं।
आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा दोनों ही मानते हैं कि 90 प्रतिशत मामलों में सही जीवनशैली और सावधानी से पथरी को रोका जा सकता है, और छोटी पथरी प्राकृतिक रूप से बाहर निकल भी जाती है।
🩺 आयुर्वेद में पथरी: ‘अश्मरी’
आयुर्वेद में किडनी स्टोन को ‘अश्मरी’ कहा जाता है। आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार, यह समस्या मुख्य रूप से कफ के जमाव और पित्त की अधिकता से पैदा होती है।
जब शरीर में पानी की कमी होती है, पाचन कमजोर रहता है और गलत खान-पान चलता है, तब मिनरल्स (खनिज) आपस में चिपककर क्रिस्टल बना लेते हैं, जो धीरे-धीरे पथरी का रूप ले लेते हैं।
🛑 पथरी के प्रमुख कारण
पथरी बनने के सबसे बड़े कारणों में निम्नलिखित शामिल हैं, जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए:
- कम पानी पीना: दिन में 1.5 लीटर से कम पानी पीना।
- गलत पेय पदार्थ: अत्यधिक नमक, चाय-कॉफी, और कोल्ड ड्रिंक का सेवन।
- ऑक्सलेट युक्त खाद्य: चॉकलेट, मूंगफली, और उच्च ऑक्सलेट वाली चीजों का अधिक सेवन।
- अन्य आदतें: लंबे समय तक पेशाब को रोकना, तली-भुनी और फास्ट फूड का अधिक सेवन।
⚠️ इन लक्षणों को न करें नज़रअंदाज़
पथरी की समस्या से बचने के लिए, आयुर्वेदाचार्य कुछ सामान्य लक्षणों को तुरंत पहचानकर कार्रवाई करने की सलाह देते हैं:
| लक्षण | विवरण |
| दर्द | पीठ और कमर के साइड में असहनीय दर्द। |
| मूत्र संबंधी | पेशाब में जलन, खून आना या बार-बार पेशाब का लगना। |
| पाचन संबंधी | जी मिचलाना (मतली) और भूख न लगना। |
ध्यान दें: कई बार छोटी पथरी बिना किसी गंभीर लक्षण के भी बनती रहती है।
💧 पथरी से बचाव और घरेलू उपाय
पथरी की समस्या से भयभीत होने की बजाय, बचाव पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। आयुर्वेदाचार्य निम्नलिखित आसान घरेलू उपाय अपनाने की सलाह देते हैं:
- भरपूर पानी: रोज़ाना कम से कम 2.5 से 3 लीटर साफ़ पानी पिएं। यह पथरी को बाहर निकालने में मदद करता है।
- नींबू पानी: सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़कर पिएं। यह स्टोन बनने की प्रक्रिया को रोकता है।
- नारियल पानी: दिन में 1-2 गिलास नारियल पानी लेना फायदेमंद होता है।
- पथ्य आहार: अपने भोजन में खीरा, ककड़ी, तरबूज, मूंग दाल और हल्की खिचड़ी शामिल करें।
- हर्बल पानी: जीरा, धनिया और सौंफ का पानी उबालकर दिन में 2 बार पिएं।
- नियमित वॉक: प्रतिदिन वॉक करें।
- सेंक: तेज दर्द होने पर गर्म पानी की बोतल से कमर पर सेंक करें।
🚨 डॉक्टर से कब मिलें?
हेल्थ एक्सपर्ट्स चेतावनी देते हैं कि अगर दर्द बिल्कुल सहन न हो, पेशाब पूरी तरह बंद हो जाए, तेज बुखार आए या उल्टी न रुके, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
पथरी से बचने के लिए मुख्य मंत्र:
- नमक का सेवन कम करें।
- पानी ज्यादा पिएं।
- पेशाब कभी न रोकें।
- तली-मसालेदार चीजों से दूरी बनाए रखें।


