आजकल की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में सेहत का ख्याल रखना एक बड़ी चुनौती बन चुका है। खासकर जब बात शरीर में ज़रूरी विटामिन्स की हो, तो विटामिन B12 की कमी एक आम समस्या बन गई है। इसका असर शरीर पर कई तरह से दिखता है — थकान रहना, चक्कर आना, याददाश्त कमज़ोर होना, बालों का झड़ना, डिप्रेशन और गंभीर मामलों में एनीमिया तक।
लोग आमतौर पर इस कमी को पूरा करने के लिए महंगे विटामिन सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ एक देसी, सस्ती और स्वादिष्ट चीज़ इस कमी को दूर कर सकती है? जी हां, हम बात कर रहे हैं दही की।
दही: विटामिन B12 का देसी खजाना
दही न सिर्फ स्वादिष्ट होती है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। खासकर घर में जमी ताज़ा दही विटामिन B12 का अच्छा स्रोत मानी जाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, एक कटोरी दही में लगभग 0.6 माइक्रोग्राम विटामिन B12 होता है, जो एक वयस्क की रोज़ाना ज़रूरत का एक बड़ा हिस्सा पूरा कर सकता है।
अगर आप रोज़ाना दही का सेवन करते हैं, तो विटामिन B12 की कमी की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है। इसके अलावा दूध और अंडा भी विटामिन B12 के अन्य अच्छे स्रोत हैं।
दही के जबरदस्त फायदे
- पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है
- इम्यूनिटी को बूस्ट करता है
- हड्डियों को मज़बूती देता है (कैल्शियम और फॉस्फोरस से भरपूर)
- त्वचा और बालों को स्वस्थ बनाता है
- वजन घटाने में मददगार (लो फैट और हाई प्रोटीन)
- पेट के लिए फायदेमंद प्रॉबायोटिक्स से भरपूर
दही खाने का सही तरीका
- सुबह नाश्ते में पराठे या रोटी के साथ खाएं
- दोपहर में रायता या सादा दही के रूप में शामिल करें
- शाम को हल्की भूख लगे तो नमक या भुना जीरा डालकर खाएं
- खट्टी चीज़ों (जैसे मछली या नींबू) के साथ दही का सेवन न करें
- हमेशा घर की ताज़ा दही को प्राथमिकता दें, बाज़ार की पैकेट वाली दही में प्रिज़रवेटिव्स हो सकते हैं
कब न खाएं दही?
- जिन्हें बार-बार सर्दी-जुकाम होता है, वे रात में दही खाने से बचें
- लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोग डॉक्टर की सलाह लेकर ही दही का सेवन करें
निष्कर्ष
विटामिन B12 की कमी को दूर करना महंगे सप्लीमेंट्स का मोहताज नहीं है। अगर आप नियमित रूप से शुद्ध, घर की बनी दही का सेवन करें, तो न सिर्फ आपकी सेहत बेहतर होगी, बल्कि आपको कई तरह की बीमारियों से भी सुरक्षा मिलेगी।