देश की महिलाओं को एम्स में अब अगले 15 दिनों तक इलाज के लिए कोई अपॉइंटमेंट नहीं लेनी होगी और न ही लंबा इंतजार करना पड़ेगा. एम्स में महिलाएं अब कैंसर जैसी भयानक बीमारी की जांच करा पाएंगी. 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक लगेगा कैंप. पढ़े पूरी जानकारी.
दिल्ली के AIIMS (ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस) में इलाज कराने के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता था. महीनों पहले ही इलाज के लिए अपॉइंटमेंट लेनी पड़ती है. इसके अलावा अगर किसी को सिर्फ चेकअप ही कराना होता है तो भी लंबी लाइनों में लगना पड़ता है. लेकिन AIIMS अब इन तकलीफों को दूर कर इलाज और चेकअप की प्रक्रिया को आसान बनाने जा रहा है. जिसमें महिलाओं और बच्चों के लिए स्क्रीनिंग, चेकअप और इलाज, बिना किसी लाइन या अपॉइंटमेंट के होगा.
दिल्ली के AIIMS ने देशभर की महिलाओं के लिए ये कमद उठाया है. देश की महिलाओं को एम्स में अब अगले 15 दिनों तक इलाज के लिए कोई अपॉइंटमेंट नहीं लेनी होगी और न ही लंबा इंतजार करना पड़ेगा. एम्स में महिलाएं अब कैंसर जैसी भयानक बीमारी की जांच, इलाज से लेकर जूँ और डेंड्रफ जैसी तकलीफों को भी दिखा सकेंगी. आपको बता दें कि AIIMS की ये पहल 17 सितंबर, गुरुवार यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके से लेकर 2 अक्टूबर तक लागू होगी.
ये कैंप दिल्ली ऐम्स के साथ-साथ तीन अलग अलग सेंटरों पर लगाए जाएंगे. ये स्पेशल कैंप महिलाओं के लिए स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के तहत लगाए जाएंगे. इन कैंपों की सुविधाएं सिर्फ महिलाओं और बच्चों के लिए होगी, जो सीधे बिना किसी अपार्टमेंट के जाकर अपना इलाज करा सकते हैं.
ओपीडी तक महिलाओं की पहुंच कम
आपको बता दें कि ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों में पुरुषों की संख्या अधिक होती है. महिलाएं इलाज के लिए कम आती हैं. इसी चिंता को देखते हुए पीएमओ की पहल पर ये ड्राइव चलाई जा रही है जिसका लक्ष्य है महिलाओं को इलाज के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना ताकि ओपीडी तक उनकी पहुंच को आसान बनाया जा सके.
किन जगहों पर लगेंगे कैंप और होंगे कौन से इलाज
दिल्ली एम्स सहित कुल चार जगहों पर ओपीडी सेंटर बनाए जाएंगे. जिसमें दिल्ली का त्रिलोकपुरी सेंटर, बल्लभगढ़ का कम्युनिटी हेल्थ सेंटर और झज्जर एनसीआई शामिल होंगे. इसके साथ ही अलग अलग बीमारियों का इलाज और जांच भी की जाएगी जैसे-
- कैंसर की जांच- सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग, ब्रेस्ट कैंसर की सेल्फ स्क्रीनिंग ट्रेनिंग
- आंखों की जांच- आंखों से जुड़ी बीमारियों की जांच
- बल्ड डोनेशन ड्राइव- 17 सितंबर को ब्लड डोनेशन ड्राइव यानी रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा
- इनफेक्शियस डिजीज- टीबी, यौन संचारित रोग, जूं, डैंड्रफ जैसी बीमारियों का इलाज
- मानसिक और सामुदायिक स्वास्थ्य – मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, टेलीमानस सुविधा रक्तदान पंजीकरण किया जाएगा.
- क्रॉनिक डिजीज- स्क्रीनिंग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, डेंटल, ओरल कैंसर स्क्रीनिंग.
- महिला स्वास्थ्य और स्क्रीनिंग- स्तन कैंसर, मासिक धर्म से जुड़ी समस्याएं, पोस्ट मेनोपॉज देखभाल, प्रसव संबंधी जानकारी, एनीमिया, बीएमआई जांच को परामर्श.
- मातृ और शिशु देखभाल- छोटे बच्चों के टीकाकरण से लेकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत हेल्दी पोषणयुक्त पैकेट भी बांटे जाएंगे.
ध्यान रखने वाली बातें
तारीख- 17 सितंबर से 2 अक्टूबर
समय- सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक
लाभार्थी- केवल महिलाएं और बच्चे


